कोठी, मंझोटी व संसाई में छह माह बाद टपके नल
सुशील कुमार, संसाई छह माह से बंद चढि़यार धार की तैण पेयजल परियोजना को विभाग ने फिर अ
सुशील कुमार, संसाई
छह माह से बंद चढि़यार धार की तैण पेयजल परियोजना को विभाग ने फिर आरंभ कर दिया है। इसके आरंभ होने से क्षेत्र की तीन पंचायतों कोठी, मंझोटी व संसाई की 2000 से अधिक आबादी को राहत मिली हैं। दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। बरसात के मौसम से पहले बिनवा खड्ड के किनारे लगाया गया ट्रांसफार्मर जल गया था। इस जगह तक ट्रांसफार्मर पहुंचने का रास्ता कठिन है। बोर्ड के अधिकारियों ने बरसात का हवाला देते हुए इस काम को मुश्किल बताया। ऐसे में पंचायतों के बा¨शदों को लोगों को प्राकृतिक जलस्त्रोतों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा था। बरसात खत्म होने के बाद भी इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई। जब लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा तो ही विभाग ने इस दिशा में कदम उठाया और परियोजना स्थल पर पहुंचकर खराब ट्रांसफार्मर को ही ठीक करवाया। इसके ठीक होने के बाद गांवों में पेयजल आपूíत आरंभ हो गई है। हैरानी की बात तो यह है कि अगर ट्रांसफार्मर ठीक हो सकता था, तो छह माह तक बिजली बोर्ड व विभाग ने कोई पहल क्यों नहीं की। अधिकारियों का यही कहना है कि भौगोलिक स्थिति कठिन होने के कारण यहां पर पहुंचने में दिक्कत आती है। यही कारण था कि इस परियोजना को ठीक करने में वक्त लगा।
---------------------
लोगों ने की नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग
स्थानीय लोगों रमेश कुमार, शारदा देवी, रजो देवी, विनय कुमार, बंटी आदि ने विभाग से यहां पर नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर मरम्मत किया गया ट्रांसफार्मर पुन: खराब हो गया तो पानी सप्लाई बाधित हो जाएगी।
-----------------------
परियोजना के ट्रांसफार्मर को ठीक कर पेयजल आपूर्ति बहाल की गई है।
आरके ठाकुर, एसडीओ आइपीएच विभाग
----------------------
कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां ट्रांसफार्मर को मौके पर जाकर ही ठीक किया गया है। सड़क सुविधा न होने के कारण यहां पर ट्रांसफार्मर ले जाना कठिन है।
रविंद्र शर्मा, एसडीओ बिजली बोर्ड