छलका हंसराज का दर्द: बोले- मुख्यमंत्री के पैनल में था नाम, कुछ लोगों ने की साजिश; दिल में चोट तो रहेगी
Vice Chairman of Assembly विधानसभा उपाध्यक्ष व चंबा जिला के चुराह से विधायक हंसराज ने मंत्रिमंडल में शामिल न होने के लिए कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है।
शिमला, जेएनएन। विधानसभा उपाध्यक्ष व चंबा जिला के चुराह से विधायक हंसराज ने मंत्रिमंडल में शामिल न होने के लिए कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सूची में उनका नाम भी था, लेकिन कुछ लोगों ने साजिश रचकर नाम बदलवा दिया। दिल में चोट तो रहेगी, लेकिन पार्टी और सरकार ने जो अधिमान दिया है, उससे चुराह की जनता की सेवा बेहतर तरीके से करूंगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में उन्हें चंबा का विकास करने का मौका मिला है, यहां के विकास में कोई कमी भी नहीं रखी है। भविष्य में भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगुआई में काम करता रहूंगा।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल हो गया है। शुक्रवार रात तीन नए मंत्रियों को भी विभाग दे दिए हैं। हालांकि मंत्रिमंडल में किसे स्थान मिलेगा, कई दिन से इसकी चर्चा चल रही थी। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज से लेकर कई अन्य विधायकों के नाम भी चर्चा में थे, लेकिन हाईकमान की ओर से जो नाम जारी किए गए, वे विधायकों को भी चौंकाने वाले थे। लंबे समय तक चर्चा में रहने के बाद एक झटके में कुछ वरिष्ठ विधायकों के नाम पीछे हो गए।
वरिष्ठ विधायकों समेत हंसराज, जरयाल का नाम था चर्चा में
मंत्रिमंडल में तीन विधायकों को शामिल किया जाना था। सरकार ने नूरपुर से राकेश पठानिया, पांवटा साहिब से सुखराम चौधरी और घुमारवीं से विधायक राजेंद्र गर्ग को मंत्री बनाया है। हालांकि चर्चा में पूर्व मंत्री रहे वरिष्ठ विधायकों सहित हंसराज और विक्रम जरयाल का नाम भी चल रहा था। वहीं, पार्टी के भीतर खुलकर कुछ कहने की बजाय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद हुई भाजपा विधायक दल की बैठक से कुछ विधायकों ने दूरी बना ली। बहाना भले ही कुछ भी बनाया हो, लेकिन मंत्री पद की कुर्सी तक न पहुंचने का दर्द साफ दिख रहा है।