वन महोत्सव सफल : ऊना की धरा को हरा बनाने के लिए रोपे एक लाख 34 हजार पौधे
ऊना में धरा को हरा बनाए रखने के लिए हर वर्ग ने सहयोग दिया है। यही वजह है जिला ऊना में इस मानसून के मौसम में 134500 पौधे लगाए गए हैं। पौधे लगाने के लिए वन विभाग ने जिला ऊना की 170 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण का लक्ष्य रखा था
ऊना, संंवाद सहयोगी। ऊना जिला में धरा को हरा बनाए रखने के लिए हर वर्ग ने सहयोग दिया है। यही वजह है जिला ऊना में इस मानसून के मौसम में 1,34,500 पौधे लगाए गए हैं। पौधे लगाने के लिए वन विभाग ने जिला ऊना की 170 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण का लक्ष्य रखा था, जिसे 15 अगस्त तक पूरा कर लिया गया है।
ये पौधे रोपे
बरसात के मौमस में जिला में मुख्य रूप से आंवला, हरड़, भेड़ा, खैर, शीशम, नीम, बांस, तूहणी, द्रेक तथा आम जैसी किस्मों की पौधे रोपे गए। जिस पर लगभग 74.62 लाख रुपये की धनराशि खर्च की गई। राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित पौधारोपण योजना के तहत इस वर्ष 25 हेक्टेयर भूमि पर 27,500 पौधे लगाए गए। राज्य सरकार द्वारा पोषित संवर्धन योजना के तहत 90 हेक्टेयर भूमि पर 72 हजार पौधे, लंबे पौधे रोपने की स्कीम के तहत 15 हेक्टेयर भूमि पर 3000 पौधे तथा कैंपा के तहत 40 हेक्टेयर भूमि पर 32 हजार पौधे लगाए गए।
इतने पौधे हुए रोपित
डीएफओ मृत्युंजय माधव ने कहा कि इस वर्ष वन महोत्सव के दौरान खैर व शीशम के 26900-26900, चील के 13450, द्रेक के 10088, कचनार के 6725, सिरिस के 4035, सागवान के 2690, आंवला के 4035, तूहणी, बेहड़ा व सेफदा के 5380-5380, कीकर के 2690 तथा अन्य प्रजातियों के 24,882 पौधे लगाए गए। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में सभी वर्गों का पौधारोपण में वन विभाग को भरपूर सहयोग मिला तथा जिलावासियों ने पौधे लगाने में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। जन सहभागिता से इस वर्ष वन महोत्सव पूरी तरह से सफल रहा है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में भी लगाए गए फलदार पौधे
जिला प्रशासन ने इस वर्ष पौधारोपण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में भी विशेष अभियान छेड़ा। एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत जिला ऊना के 1364 आंगनबाड़ी केंद्रों में 6825 फलदार पौधे रोपे गए। अंब में 248, गगरेट में 238, ऊना में 355, हरोली में 315 तथा बंगाणा में 208 आंगनबाड़ी केंद्र हैं तथा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पौधारोपण किया गया है।