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परिवार से मिलने पहुंचे हिमाचल तो कुछ ने नौकरी के लिए किया दिल्ली का रुख, कांगड़ा पहुंची दो फ्लाइट

Air Service For Himachal हवाई सेवाएं शुरू होने पर हिमाचल से ज्यादातर कर्मचारी नौकरी पेशा लोग स्टूडेंट रेड जोन दिल्ली को रवाना हुए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 03:41 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 03:41 PM (IST)
परिवार से मिलने पहुंचे हिमाचल तो कुछ ने नौकरी के लिए किया दिल्ली का रुख, कांगड़ा पहुंची दो फ्लाइट
परिवार से मिलने पहुंचे हिमाचल तो कुछ ने नौकरी के लिए किया दिल्ली का रुख, कांगड़ा पहुंची दो फ्लाइट

धर्मशाला, नीरज/प्रमोद। हवाई सेवाएं शुरू होने पर हिमाचल से ज्यादातर कर्मचारी, नौकरी पेशा लोग, स्टूडेंट रेड जोन दिल्ली को रवाना हुए हैं। जबकि दिल्ली से वापस अाने वाले ज्यादातर वह लोग हैं, जो लंबे अरसे परिवार से नहीं मिल पाए थे। मंगलवार को 38 लोग स्पाइस जेट की फ्लाइट से गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहीं इतने ही लोग स्पाइस जेट के विमान से दिल्ली गए।

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दिन में तीन फ्लाइट होनी थी। लेकिन दो ही फ्लाइट हो सकीं। गगल से चंडीगढ़ की फ्लाइट रद हो गई। दोपहर 12:20 बजे दिल्ली से 38 यात्रियों को लेकर स्पाइस जेट का विमान गगल हवाई अड्डा पर पहुंचा। इसके बाद 12:40 पर यही विमान 38 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुअा।

दिल्ली से हिमाचल लौटी ज्वालाजी की दीक्षा का कहना है गुड़गांव में लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में काम करती हैं। दो माह से दिल्ली में ही थी, लॉकडाउन के कारण घर नहीं अा पा रही थी, एेसे में अब जब सरकार ने सुविधा दी है तो यहां अा सकी हूं, काफी अच्छा लग रहा है।

हमीरपुर की बुजुर्ग महिला व्यासा देवी का कहना है दिल्ली में अपनी बेटी के पास गई थी, लेकिन लॉकडाउन लग गया अौर चार माह से दिल्ली में ही थी। अब इतने दिनों के बाद लौट पा रही हूं। टैक्सी से हमीरपुर जाउंगी।

डलहौजी निवासी साहिल का कहना है दिल्ली में सेल्स का काम करता हूं। लॉकडाउन के कारण नौकरी तो चली गई। अब घर अाना था तो अावाजाही बंद थी, अब सरकार ने अनुमति दी है तो अपने घर जा पा रहे हैं। कांगड़ा के राजोल निवासी रवीन का कहना है दिल्ली जा रहा हूं, वहां पर कंपनी में काम करता हूं दो माह से यहीं पर था। लॉकडाउन के कारण फंस गए थे, अब पता है कि रेड जोन में जा रहे हैं पर न जाएं तो नौकरी चली जाएगी।

योल निवासी तनवी का कहना है दिल्ली में निजी अस्पताल में प्रशासनिक कार्य देखती हूं। 16 मार्च को यहां पर अाई थी तब से यहीं पर थी, एेसे में ड्यूटी जाना है। बेशक दिल्ली रेड जोन है पर काम तो करना ही पड़ेगा। इंदौरा बडूखर की अल्पना मायके से ससुराल जाने के लिए हवाई सेवा का प्रयोग कर रही हैं। पिछले दो ढाई माह से अपने मायके में थी। लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण यहीं पर थी। अब उन्हें ससुराल में जाना है।


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