Chitkul Trek: खराब मौसम में ट्रैकिंग में 11 में से पांच ट्रैकर्स मृत पाए गए
Trekkers Missingउत्तराखंड से किन्नौर जिले के छितकुल के लिए निकले ट्रैकर दल को खराब मौसम में घूमना महंगा पड़ गया। खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद पहाड़ों की सैर ने इनकी जान ले ली। लापरवाही की ट्रैकिंग ने इन पर्यटकों की जान ले ली।
रिकांगपिओ, संवाद सहयोगी। Trekkers Missing, उत्तराखंड से किन्नौर जिले के छितकुल के लिए निकले ट्रैकर दल को खराब मौसम में घूमना महंगा पड़ गया। खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद पहाड़ों की सैर ने इनकी जान ले ली। लापरवाही की ट्रैकिंग ने इन पर्यटकों की जान ले ली। दोपहर बाद तक सेना की मदद से दो लोग जिंदा बचाए गए हैं, जबकि पांच लोगों के शव बरामद हुए हैं।
इस बारे में हिमाचल प्रदेश के अधिकारी ने बताया कि 11 में से पांच लापता ट्रैकर्स हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में मृत पाए गए, जबकि चार ट्रैकर्स अभी भी लापता हैं, दो को बचा लिया गया है। इन्होंने 11 अक्टूबर को उत्तराखंड में अपना अभियान शुरू किया था।
इनकी तलाश के लिए किन्नौर जिला प्रशासन सक्रिय हो गया था। सुबह करीब साढ़े चार बजे आइटीबीपी का दल किन्नौर प्रशासन से संपर्क करने के बाद सर्च अभियान पर निकल गया था। वहीं, सेना के हेलिकाप्टर की मदद से सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान उत्तरकाशी से उड़े हेलिकाप्टर ने इन लोगों को ढूंढ निकाला, लेकिन मौके से पांच लोगों की लाशें बरामद हुईं।
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि आज सुबह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के दल को लापता लोगों को ढूंढने के लिए भेज दिया गया। प्रशासन ने ट्रैकर का साथ छोड़कर आए पोर्टर का पता लगा लिया था। पोर्टर की मदद से ही प्रशासन व आइटीबीपी की टीम ट्रैकर दल तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी।
ये ट्रैकर उत्तराखंड के हर्षिल से लम्खागा पास होते हुए हिमाचल के छितकुल ट्रैकिंग रूट पर निकले थे। 11 सदस्यीय दल ने मंगलवार को छितकुल पहुंचना था, लेकिन वह बुधवार तक भी नहीं पहुंच पाए व न ही उनका कोई सुराग लग पाया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया व इनकी तलाश शुरू की तो वीरवार दोपहर को बचाव दल का हेलिकाप्टर यहां पहुंच गया।
11 सदस्यीय दल में आठ ट्रैकर और तीन रसोइये शामिल थे, इसके अलावा इनके साथ पोर्टर भी थे। पोर्टर छितकुल पहुंच गए, लेकिन ट्रैकर व रसोइये मौके पर नहीं पहुंच पाए।
दो दिन पहले प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई है। इसके अलावा किन्नौर में तूफान भी चला था, जिससे पहले ही प्रशासन की चिंता बढ़ रही थी। क्यास लगाए जा रहे थे कि ट्रैकर यदि पहाड़ों में बनी गुफाओं की आड़ में रुक गए होंगे तो वे पूरी तरह से सुरक्षित होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है व ये लोग बर्फबारी व तूफान की चपेट में आ गए।
यह भी पढ़ें: Himachal Weather Update: प्रदेश में फिर बिगड़ेगा मौसम का मिजाज, दो दिन के लिए अलर्ट जारी