जल्द ही रोहतांग दर्रे के दीदार कर सकेंगे सैलानी
देशभर से मनाली आ रहे सैलानी जल्द ही अटल टनल रोहतांग सहित 13050 फीट ऊंचे दर्रे के दीदार भी कर सकेंगे। अटल टनल बनने के बाद पहली बार मनाली-लेह मार्ग बहाल करने के बाद बीआरओ ने रोहतांग दर्रे का रुख किया है।
मनाली, जागरण संवाददाता। देशभर से मनाली आ रहे सैलानी जल्द ही अटल टनल रोहतांग सहित 13050 फीट ऊंचे दर्रे के दीदार भी कर सकेंगे। अटल टनल बनने के बाद पहली बार मनाली-लेह मार्ग बहाल करने के बाद बीआरओ ने रोहतांग दर्रे का रुख किया है।
पर्यटकों को रोहतांग दर्रे की जगह अटल टनल रोहतांग विकल्प के रुप में मिल गया है लेकिन रोहतांग की लोकप्रियता कम नहीं हो पाई है। अधिकतर पर्यटक 13050 फीट ऊंचे आसमान छूते दर्रे की बहाली का इंतजार कर रहे हैं। रोहतांग दर्रा बहाल न होने के कारण स्थानीय पर्यटन कारोबारियों का कारोबार भी गति नहीं पकड़ पाया है। टनल बनने से सभी पर्यटक टनल होते हुए शीत मरुस्थल घाटी लाहुल स्पीति के दीदार कर रहे हैं लेकिन देश भर के अधिकतर पर्यटक मशहूर पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रे की बहाली का इंतजार कर रहे हैं। मनाली के पर्यटन कारोबारी प्रीतम, सुरेश शर्मा व सोनम का कहना है कि हालांकि रोहतांग कि तरह अटल टनल के दीदार को ऑन लाइन परङ्क्षमट नहीं लेना पड़ रहा है लेकिन फिर भी देश भर के पर्यटक रोहतांग बहाल होने की जानकारी ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अटल टनल के रूप में मनाली व लाहुल को नया पर्यटन स्थल मिल गया है लेकिन पर्यटकों के बीच रोहतांग दर्रे की लोकप्रियता कम नही हुई है। बीडीसी सदस्य पलचान रेशमा ने बीआरओ से अग्रह किया कि रोहतांग दर्रे को जल्द बहाल किया जाए ताकि गुलाबा व मढ़ी में भी स्थानीय लोगों का रोजगार चल पड़े। उन्होंने प्रशासन से भी आग्रह किया कि रोहतांग बहाली को लेकर बीआरओ से बातचीत की जाए और दर्रे को जल्द सैलानियों के लिए बहाल किया जाए। एसडीएम मनाली रमन घर संगी ने कहा कि मनाली की ओर से बीआरओ ब्यासनाला के पास पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि बीआरओ के मढ़ी पार होते ही पर्यटकों के लिए पर्यटन स्थल मढ़ी बहाल कर दिया जाएगा। घर संगी ने कहा कि बीआरओ रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटा है जल्द ही सैलानी दर्रे के दीदार कर सकेंगे।