सेब से चटख टमाटर, 60 रुपये पार
इस वर्ष टमाटर ने प्रदेश के रसीले सेब को पछाड़ दिया है। सब्जी मंडी में टमाटर इन दिनों 60 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा जबकि सेब मात्र 25 से 30 रुपये प्रतिकिलो तक ही सिमट गया है। आने वाले दिनों में टमाटर का दाम और अधिक बढऩे की संभावना है।
सोलन, जागरण संवाददाता। इस वर्ष टमाटर ने प्रदेश के रसीले सेब को पछाड़ दिया है। सब्जी मंडी में टमाटर इन दिनों 60 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा, जबकि सेब मात्र 25 से 30 रुपये प्रतिकिलो तक ही सिमट गया है। आने वाले दिनों में टमाटर का दाम और अधिक बढऩे की संभावना है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष सोलन, शिमला व सिरमौर जिला में टमाटर का उत्पादन बीते वर्ष की अपेक्षा काफी कम हुआ है। वर्ष 2020 में 7.50 लाख क्रेट टमाटर की मंडी में पहुंची थी। इस वर्ष सीजन के अंत में मात्र छह लाख क्रेट ही पहुंची हैं। बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष करीब 1.50 लाख क्रेट कम आई हैं। उत्पादन कम होने की वजह से दाम में इजाफा हुआ है। हालांकि शुरुआती दौर में टमाटर पांच से सात रुपये प्रति किलो तक बिक रहा था और किसानों को लग रहा था कि इस वर्ष टमाटर कौडि़यों के भाव बिकेगा। लेकिन सीजन के अंत में टमाटर के दाम ने अचानक से रफ्तार पकड़ी है। बीते दो सप्ताह में टमाटर कई गुणा अधिक हुआ है। बताया जा रहा है कि इन दिनों बाहरी राज्यों से मंडी में टमाटर नहीं आ रहा है। केवल लोकल टमाटर की 2500 से 3000 क्रेट पहुंच रही हैं। सप्लाई कम होने की वजह से रेट में लगातार ईजाफा हो रहा है।
सेब का सीजन उत्पादकों के लिए निराशा भरा रहा है। सेब का रेट इन दिनों मंडी में 25 से 30 रुपये प्रतिकिलो तक है। अधिकतम दाम इस वर्ष 40 रुपये प्रतिकिलो तक गया है। सोलन सेब मंडी में इस वर्ष अभी तक 31 लाख सेब की पेटियां आ चुकी हैं, जबकि बीते वर्ष पूरे सीजन में माला 19 लाख पेटियां ही पहुंची थी। सेब के बंपर उत्पादन की वजह से रेट भी कम हुआ है। हिमाचली सेब मंडियों में नवंबर माह के अंत तक आता है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में सेब के रेट में भी ईजाफा हो।
मार्किट कमेटी सोलन के सचिव रविंद्र शर्मा का कहना है कि इन दिनों टमाटर की सप्लाई कम होने की वजह से रेट में ईजाफा हो रहा है। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जब सेब से अधिक महंगे रेट पर टमाटर बिक रहा है।