दो वर्ष से पांगी के लिए नहीं हुई उड़ान, जान जोखिम में डाल सड़क पर कर रहे सफर
Flight for Pangi पांगी घाटी से हवाई उड़ान न होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पांगी का संपर्क हिमपात के कारण समस्त विश्व से जब भी कटता है तो यहां के लोगों के पास घाटी से बाहर निकलने का एकमात्र सहारा हवाई उड़ान ही होती है।
पांगी, कृष्ण चंद राणा।
Flight for Pangi, पांगी घाटी से हवाई उड़ान न होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पांगी का संपर्क हिमपात के कारण समस्त विश्व से जब भी कटता है तो यहां के लोगों के पास घाटी से बाहर निकलने का एकमात्र सहारा हवाई उड़ान ही होती है। इस बार तो हालात यह हैं कि जान जोखिम पर रखकर लोग फिसलन भरी सड़क पर सफर करने के लिए मजबूर हो गए हैं।
वर्ष 2018 में पांगी के लिए चंद हवाई उड़ान करवाने के बाद जनजातीय विकास विभाग ने यहां से हवाई उड़ानें करवानी ही बंद कर दी थी। स्थानीय लोगों राम चरण, दौलतराम, रोशन लाल, प्रेम राज, अंजली, रेशमा कुमारी, देशराज, सोभा राम, गौतम ङ्क्षसह, कांशीराम, मदन लाल, डोलमा, रजनी देवी, सुजीराम, सुनी राम, कौशल्या देवी, सुगी देवी, रंजीत ङ्क्षसह, केवल राम, उमेश कुमार, श्रीकंठ, रीता कुमारी, सुनीता, नीलकंठ, मन देव, विक्रम ङ्क्षसह, शेर ङ्क्षसह, सुमन, अर्पित, कमला देवी, सुमित्रा कुमारी, काका राम, चंपा देवी, रीता कुमारी, जनक राज, रीना, शांता, केवल ङ्क्षसह तथा मेहर दत्त का कहना है कि लोगों को सर्दियों में मुसिबतों का सामना करना पड़ रहा है। किलाड़ से अटल टनल तक करीब 200 किलोमीटर की दूरी है, जिसमें अनेक नाले हैं। यहां अकसर हिमखंड गिरते रहते हैैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि किलाड़- चंबा-किलाड़-भुंतर हवाई उड़ान करवाई जाएं।
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पांगी के लिए नियमित हवाई उड़ान करवाई जाती थी। भाजपा के चार वर्षों के कार्यकाल में जनता हेलीकाप्टर देखने को तरस गई है। 2019 के बाद हवाई उड़ान ही बंद कर दी हैं।
सुभाष चौहान, अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस पांगी।
मुख्यमंत्री, जनजातीय विकास मंत्री और स्थानीय विधायक से पांगी के लिए हवाई उड़ान करवाने के लिए बातचीत की जाएगी।
कल्याण ङ्क्षसह ठाकुर, मेंबर जनजातीय सलाहकार परिषद पांगी।
सर्दियों के मौसम में पांगी के लोगों को देश और प्रदेश के अन्य भागों में जाने के लिए एक मात्र सहारा हेलीकाप्टर का ही है। पांगी में हुए हिमपात से लोगों को अपने आवश्यक कार्य करवाने के लिए शिमला, चंबा तथा कुल्लू समेत अन्य भागों में जाना मुश्किल हो गया है।
प्रेम देई, सदस्य पंचायत समिति किलाड़ कुफा वार्ड पांगी।
जब तक पांगी घाटी से उड़ान नहीं करवाई जाती हैं, तब तक यहां के लोगों की दिक्कतों का समाधान नहीं होगा। सरकार से मांग है कि किलाड़- चंबा-किलाड़-भुंतर हवाई उड़ान करवाई जाए, ताकि राहत मिल सके।
दीपक चौहान, प्रधान सुराल पंचायत।
सरकार और जनजातीय विकास विभाग ने दो वर्षों से हवाई उड़ान नहीं करवाई हैं। पांगी के लिए हवाई उड़ान के लिए जनजातीय विकास विभाग और सरकार को लिखा है, जल्द पांगी के लिए हवाई उड़ान करवाई जाएगी।
रजनीश शर्मा, उपमंडल अधिकारी पांगी