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शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण से पहले तय था दाम

कांगड़ा में बीएड कालेजों के निरीक्षण की एवज में पैसा वसूली करने के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 08:31 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 08:31 PM (IST)
शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण से पहले तय था दाम
शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण से पहले तय था दाम

मुनीष गारिया, धर्मशाला

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कांगड़ा में बीएड कालेजों के निरीक्षण की एवज में पैसा वसूली करने के आरोप में पकड़े गए राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के अधिकारियों के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इन अधिकारियों के दिल्ली से आने से पहले ही लेन-देन की रकम तय हो चुकी थी। उन्होंने शिक्षण संस्थान प्रबंधकों से तय कर लिया था कि मान्यता देने की अनुशंसा रिपोर्ट बनाने की एवज में कितना पैसा लिया जाएगा। ऐसे में यह अधिकारी निरीक्षण करने के उद्देश्य से नहीं, बल्कि वसूली करने ही आए थे।

आरोपितों को रविवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 18 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। स्टेट विजिलेंस अब पांच निजी शैक्षणिक संस्थान प्रबंधकों से पूछताछ करेगी कि किसने कितने पैसे दिए हैं। ऐसे में संस्थान प्रबंधकों पर गाज गिरना तय है।

उधर, इंदौरा में पैसे लेते पकड़े दो आरोपितों में से डा. महेश प्रसाद निवासी शिवाजीनगर, भोपाल को इस लेन-देन की कोई जानकारी नहीं थी। सारी साठगांठ डा. सीमा शर्मा ने की थी। ऐसे में डा. महेश को मामले से बाहर कर दिया है। डा. सीमा से तलाशी के दौरान दो लाख रुपये के अलावा तीन लाख छह हजार रुपये और मिले हैं। विजिलेंस ने गगल व इंदौरा में पकड़े थे चार अधिकारी

शनिवार को स्टेट विजिलेंस ने रिश्वत मामलों में (एनसीटीई) के चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया था। इसमें चार संस्थानों में जांच कर गगल के निजी होटल में ठहरे दो अधिकारियों को 11 लाख 48 हजार रुपये की नकदी के साथ पकड़ा था। उनकी पहचान संजीव निवासी अलीगढ़ और काव्या दुबे निवासी झांसी के रूप में हुई है। दूसरे मामले में इंदौरा के निजी शिक्षण संस्थान प्रबंधकों से दो लाख रुपये रुपये की रिश्वत लेते डा. सीमा शर्मा व डा. महेश प्रसाद को पकड़ा था। अब डा. महेश को जांच से बाहर कर दिया है। ---------

रिश्वत लेने के मामले में पकड़े चार अधिकारियों में से एक की संलिप्तता नहीं पाई गई है। तीन आरोपितों को रविवार को स्पेशल जज धर्मशाला की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 18 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। इंदौरा मामले की महिला अधिकारी के पास दो लाख के अलावा तीन लाख छह हजार रुपये की राशि भी बरामद हुई है।

-बलबीर सिंह, एसपी, स्टेट विजिलेंस धर्मशाला।


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