तेल की कीमतें बढ़ने में सरकार दोषी नहीं : शांता कुमार
सांसद शांता कुमार ने कहा कि अगर पेट्रोल व डीजल बढ़ा है तो वैट कम करने से कई चीजें कम भी हुई हैं।
पालमपुर, जेएनएन। प्रदेश में अगर बसों के किराये में बढ़ोतरी होती है तो यह निर्णय सरकार सोच समझकर करेगी। पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। यह बात लोगों को समझनी चाहिए। सांसद शांता कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल व डीजल की कीमतों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है, अब अगर यह बढ़ी हैं तो इससे प्राइवेट बस ऑपरेटरों को परेशानी हुई है तो जो भी सरकार फैसला किराया बढ़ाने संबंधी लेगी सोच समझकर लेगी।
उन्होंने साफ कहा कि अगर पेट्रोल व डीजल बढ़ा है तो वैट कम करने से कई चीजें कम भी हुई हैं। उन्होंने कहा कि देश में चुनाव की प्रक्रिया को बदलना जरूरी है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ कारवाने की बात से पूरी तरह सहमत हैं। करोड़ों लोग गरीब व बेरोजगार हैं। हर वर्ष कहीं न कहीं चुनाव पर अरबों रुपये फिजूल खर्च किए जाते हैं। यह एक तरह से क्रिमिनल वेस्टेज ऑफ मनी है।
अगर पंचायत से लेकर लोकसभा तक के चुनाव पांच साल में एक बार होंगे तो विकास भी होगा और जो पैसा चुनाव में खर्च होता है वह विकास कार्यो पर लग सकेगा। सरकार को सभी दलों से बात करके यह सहमति बनानी चाहिए, ताकि चुनाव पांच साल में एक बार ही हों। इससे जहां दो माह में चुनाव होंगे साथ ही बाकी समय देश के विकास के लिए लगेगा। नहीं तो देश की गरीबी मिटाना मुश्किल हो जाएगा।