हिमाचल में आनलाइन पढ़ाई में बेहतर करने वाले शिक्षक होंगे सम्मानित, करना होगा यह काम
Teachers Honored in Himachal कोरोना काल में शिक्षण संस्थान बंद हैं। दो साल से विद्यार्थियों को हर घर पाठशाला के माध्यम से ही पढ़ाया जा रहा है। आनलाइन पढ़ाई की शिक्षा विभाग अपने स्तर पर निगरानी कर रहा है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Teachers Honored in Himachal, कोरोना काल में शिक्षण संस्थान बंद हैं। दो साल से विद्यार्थियों को हर घर पाठशाला के माध्यम से ही पढ़ाया जा रहा है। आनलाइन पढ़ाई की शिक्षा विभाग अपने स्तर पर निगरानी कर रहा है। अब ऐसे शिक्षकों का डाटा तैयार किया जा रहा है, जिन्होंने बेहतर तरीके से पढ़ाया या फिर आनलाइन पढ़ाई के लिए नए कार्य किए हैं। उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
उच्चतर शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डा. हरीश कुमार की ओर से इस संबंध में सभी शिक्षा उपनिदेशकों को सर्कुलर जारी कर दिया है। सर्कुलर के साथ एक फार्मेट भी स्कूलों को जारी किया गया है। इसमें स्कूल का नाम, शिक्षक और विषय का नाम भरकर भेजना होगा। उपनिदेशक इसमें शिक्षकों के अंक भी देंगे। शिक्षा विभाग की ओर से पढ़ाई को लेकर जारी गाइडलाइन के अनुसार कितने शिक्षकों ने रियल टाइम पर आनलाइन कक्षा ली। वाट्सएप, गूगल मीट, जूम एप सहित अन्य फार्मेट पर कितने शिक्षकों ने कक्षाएं ली, इसका पूरा रिकार्ड चेक किया जाएगा। उसके बाद इसमें शिक्षकों के नाम शार्टलिस्ट किए जाएंगे। दो दिन के भीतर यह रिकार्ड निदेशालय को भेजने को कहा गया है। केंद्र सरकार ने भी हिमाचल शिक्षा विभाग को आनलाइन पढ़ाई में बेहतर आंकते हुए बधाई दी थी। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने अपने स्तर पर कई प्रयास किए हैं।
उपनिदेशकों को पत्र जारी कर दो दिन के भीतर रिकार्ड भेजने को कहा गया है। एक फार्मेट भेजा गया है यह भरकर उन्हें भेजना होगा। रियल टाइम पर आनलाइन कक्षा लगाने वाले शिक्षक और जिन्होंने अपने स्तर पर आनलाइन तरीके से पढ़ाने के लिए प्रयास किए उसका रिकार्ड तैयार किया जा रहा है।
-डा. हरीश कुमार, संयुक्त निदेशक उच्चतर शिक्षा।
लक्कड़ बाजार स्कूल की दो छात्राओं का कोचिंग के लिए चयन
राजकीय कन्या विद्यालय लक्कड़ बाजार शिमला की दो छात्राओं मुस्कान शर्मा और अर्पणा भाटिया का चयन हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती विद्यार्थी अनुशिक्षण योजना के तहत प्रदेशभर से चयनित 100 विद्यार्थियों में किया गया है। राज्य सरकार द्वारा कक्षा जमा एक के 100 विद्यार्थियों को नीट और सौ को जेईई परीक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि चार स्तरीय कठिन प्रक्रिया के दौर के बाद इन दो छात्राओं का चयन किया गया है। अब इन्हें विशेषज्ञों द्वारा सप्ताह में 12 घंटे नीट और जेईई की कोचिंग करवाई जाएगी। हर सप्ताह टेस्ट होंगे और संदेह निष्पादन सत्र होंगे। उन्होंने दोनों छात्राओं व विद्यालय के विज्ञान संकाय के अध्यापकों को भी बधाई दी।