सुब्रमण्यन स्वामी बोले, महात्मा गांधी की मौत के 16 बिंदुओं में खामियां, गोडसे पर कही बड़ी बात
Subramanian put Question on Mahatma gandhi Death भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि महात्मा गांधी की मृत्यु गोडसे की गोली से हुई या नहीं इस पर रिसर्च कर रहा हूं।
शिमला, जेएनएन। राज्यसभा सदस्य व भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि महात्मा गांधी की मृत्यु गोडसे की गोली से हुई या नहीं, इस पर रिसर्च कर रहा हूं। 16 बिंदु ऐसे हैं, जहां पर खामियां हैं। केंद्र सरकार से इस मामले में जांच या विश्लेषण की मांग करूंगा। उस समय की स्थितियां ऐसी रही की संदेह होना लाजमी है। महात्मा गांधी को 40 मिनट तक अस्पताल क्यों नहीं ले गए, उनके साथ के लोगों को गवाह क्यों नहीं बनाया? प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं करवाई? हत्या से जिन्हें लाभ हुआ, उनसे पूछताछ क्यों नहीं की गई?
शिमला में अखिल भारतीय विराट हिंदू महासभा के सदस्यों के साथ शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में स्वामी ने कहा अयोध्या में फैसला हमारे पक्ष में आएगा। इसके बाद दो और स्थानों पर मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाने की मांग केंद्र से करूंगा। केंद्र सरकार नहीं मानेगी तो आंदोलन होगा। काशी विश्वनाथ मंदिर और मथुरा में मुगल शासक के आदेश पर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाए थे। इन्हें केंद्र सरकार से अधिग्रहण कर मंदिर बनाने की मांग की जाएगी।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को चरित्रवान तो बताया लेकिन कहा कि उनमें राष्ट्रवाद नहीं था, इसलिए इटली की महिला से डरते रहे। राहुल गांधी को हमेशा जानकारी का अभाव रहता है। मंदी के मामले में भी ऐसा ही है। पाकिस्तान की हालत लगातार खराब होगी। फरवरी तक दुनिया के बड़े देश भी उसे ब्लैक लिस्ट कर देंगे। इस दौरान उनके साथ महासभा के राज्य कार्यकारिणी के सदस्य भी मौजूद रहे।
सेठों को राहत से दूर नहीं होगी मंदी
आर्थिक मंदी पर राज्यसभा सदस्य ने कहा कि इससे निकलने के उपायों की किताब प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को भेज दी है। सरकार सेठों को पैसा दे रही है, इससे सप्लाई बढ़ेगी, खरीदार नहीं। सरकार को आम आदमी तक पैसा पहुंचाना होगा। इसके लिए आयकर कम करना होगा, बैंक में जमा की दर बढ़ानी होगी, इससे पैसे की सप्लाई बढ़ेगी और मार्केट में उत्पाद बिक सकेंगे।
जीएसटी के हक में नहीं था
जीएसटी केंद्र सरकार का सही फैसला नहीं है। मैं शुरू से ही इसके पक्ष में नहीं था। इससे आर्थिक व्यवस्था बिगड़ी है। इसे खत्म कर देना चाहिए। 2015 के बाद से लगातार ग्रोथ रेट कम हुई है। इसके कारण सभी जानते हैं, लेकिन इसमें न जाकर हम सभी को मंदी से उभरने के लिए काम करना चाहिए। मुझे विश्वास है कि देश न केवल मंदी से उठेगा, बल्कि आगे बढ़ेगा।