पढ़ाई के साथ विद्यार्थियों को मिलेगी स्कॉलरशिप, एप के माध्यम से जुड़ेंगे शिक्षक और विद्यार्थी, पढ़ें खबर
Scholarship for Student डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अरविंद सोसायटी ने प्रदेश में ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम शुरू किया है।
शिमला, जागरण संवाददाता। डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अरविंद सोसायटी ने प्रदेश में ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम शुरू किया है। समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के साथ मिलकर प्रदेश के छात्रों के लिए यह अभियान शुरू होगा। इसके तहत शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए एक विशेष ऐप लॉच किया गया है। ऐप में शिक्षक स्वेच्छा से अपने विद्यार्थियों को जुडऩे के लिए आमंत्रित करेंगे। एक शिक्षक मित्र के रूप में विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्कॉलरशिप प्राप्त करने में सहयोग भी देंगे।
ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम पर राज्य के शिक्षकों को संपूर्ण जानकारी देने के लिए विभिन्न वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें खंड एवं जिले के शिक्षा अधिकारी शामिल हो रहे हैं। कांगडा जिले के शिक्षकों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया और ऐप के संदर्भ में कई पहलुओं पर चर्चा की गई। वेबिनार में बताया गया कि यह ऐप छठी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए है, जहां वे प्रति माह एक हजार रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं।
अपने विद्यार्थियों को ऐप के साथ जोडऩे के लिए शिक्षक स्वयं को रजिस्टर करने के उपरांत विद्यार्थियों को ऐप में आमंत्रित करते हैं, इससे ऐप का लिंक विद्यार्थियों को मिलता है। ऐप डाउनलोड करने के बाद विद्यार्थी छात्रवृत्ति पाने के लिए अपनी कक्षा स्तर के अनुसार अंग्रेजी गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हिंदी विषयों पर बनी लघु परीक्षा देते हैं।
ऐप में लघु परीक्षाओं का परिणाम शिक्षक भी देख सकते हैं, जिससे उन्हें अपने विद्यार्थियों के अधिगम स्तर का भी पता चलता है और वे अपने कमजोर विषयों में अपने विद्यार्थियों की मदद भी कर सकते हैं। ऐप में विद्यार्थियों के लिए पाठ्य सामग्री भी है, जिसे वे कभी भी, कहीं भी पढ़ सकते हैं। छात्रवृत्ति की राशि माता-पिता द्वारा रजिस्टर किए गए अकाउंट नंबर में जाती है।
ऑरो-स्कॉलर कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न विद्यार्थियों में सीखने के स्तर में अंतर को कम करना है और उन्हें छात्रवृत्ति देकर पढऩे के लिए प्रेरित करना है। एसएसए राज्य परियोजना अधिकारी आशीष कोहली ने कहा देश में डिजिटल क्रांति का दौर है। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और विद्यार्थियों के सीखने के क्रम को गति देने के लिए डिजिटल माध्यमों का योगदान महत्वपूर्ण है।