जदरांगल में बेसहारा पशुओं से परेशानी
विकास खंड धर्मशाला के तहत जदरांगल पंचायत में इन दिनों बेसहारा पशुओं क
सुरेश कौशल, योल
विकास खंड धर्मशाला के तहत जदरांगल पंचायत में इन दिनों बेसहारा पशुओं की आमद इतनी हो गई है कि सड़क पर जमाबड़ा लगा रहता है। इसके बावजूद दिन ढलते ही कई बेसहारा पशु खेतों में घुसकर फसलों को चट कर रहे हैं।
जदरांगल गांव वैसे भी खेतीहर बाहुल्य क्षेत्र है और आलू की फसल के लिए मशहूर है, लेकिन इन बेसहारा पशुओं ने इतना तंग कर रखा है कि कुछ किसान फसल बोने से भी कतरा रहे हैं। इस संबंध में कई बार पंचायत के माध्यम से प्रशासन को भी अवगत कराया गया। इसके बावजूद दो बार इन बेसहारा पशुओं को गोसदन भी भिजवाया गया, लेकिन न जाने कहां से ये पशु फिर आ जाते हैं। जिससे फसल ही नहीं सड़क पर जमावड़ा जमाए बैठे हुए पशु हादसों का कारण भी बन रहे हैं।
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पंचायत स्तर पर कई बार इन बेसहारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है, जिससे कुछ पशुओं को गोसदन भी भिजवाया जा चुका है, लेकिन इससे भी कोई राहत नहीं मिल पाई।
-रीति प्रकाश, निवर्तमान उपप्रधान जदरांगल
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सरकार को गांवों में बेसहारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए पंचायत स्तर पर मिनी गोसदन का प्रावधान करना चाहिए। ऐसा करने से ही किसानों को निजात मिल सकती है।
-निशा देवी
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किसानों को भी चाहिए कि इस तरह गोधन को बेसहारा न छोड़े। अकसर देखा गया है कि जब तक गाय दूध देती रहती है तब तक तो ठीक, नहीं तो खूंटे से छोड़ देते हैं। हमें गोधन की रक्षा करनी चाहिए।
-संसार मित्र दीक्षित
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सरकार को इन बेसहारा पशुओं के लिए कोई ठोस नीति बनानी चाहिए, ताकि इन्हें कोई इस तरह कोई छोड़ता है उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सके।
-अंजना देवी
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बेसहारा पशुओं के लिए गोसदन बनाए गए हैं। यदि किसी गांव में इस तरह की समस्या है तो प्रशासन की मदद से इन बेसहारा पशुओं को गोसदन में भिजवाने की व्यवस्था की जा सकती है।
-विशाल नैहरिया, विधायक धर्मशाला