बलिदानी विक्रम बतरा की प्रतिमा स्थापित
संवाद सहयोगी पालमपुर सेना छावनी होल्टा में बुधवार को कारगिल युद्ध के हीरो परमवीर चक्र विजेता बलिदानी कैप्टन विक्रम बतरा की प्रतिमा स्थापित की गई। सेना के उत्तरी कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी की मौजूदगी में बलिदानी की माता कमल कांता बतरा व पिता गिरधारी लाल बतरा की उपस्थिति में प्रतिमा का अनावरण किया गया।
संवाद सहयोगी, पालमपुर : सेना छावनी होल्टा में बुधवार को कारगिल युद्ध के हीरो परमवीर चक्र विजेता बलिदानी कैप्टन विक्रम बतरा की प्रतिमा स्थापित की गई। सेना के उत्तरी कमान के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी की मौजूदगी में बलिदानी की माता कमल कांता बतरा व पिता गिरधारी लाल बतरा की उपस्थिति में प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर सेना के अधिकारियों के साथ कैप्टन बतरा के शिक्षक और मित्र भी मौजूद रहे।
इस दौरान सेना के अधिकारियों ने कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बतरा की बहादुरी के किस्से साझा किए। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि वीर जवानों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पालमपुर मिलिट्री स्टेशन में कैप्टन विक्रम बतरा की प्रतिमा आने वाली पीढि़यों के लिए देशप्रेम का उदाहरण और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी। पिता गिरधारी लाल बतरा ने कहा कि 1947 के बाद पाकिस्तान और चीन के साथ कई युद्ध हुए हैं और जिस प्रकार से भारतीय सेना ने वीरता और शौर्य का प्रदर्शन किया है उसकी दुनिया में कोई मिसाल नहीं है। जीएल बतरा ने कहा कि कैप्टन विक्रम बतरा ने जमा दो की पढ़ाई सैन्य छावनी होल्टा कैंट में स्थित केंद्रीय विद्यालय में की थी। स्कूल समय में ही सेना की वर्दी और गाड़ियों को देखकर विक्रम बतरा उत्साहित होते थे। बकौल जीएल बतरा, विक्रम बतरा का कालेज शिक्षा के दौरान मर्चेंट नेवी में चयन हुआ था लेकिन इसे ठुकराकर सेना में कमीशन पास किया तथा सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति पाई थी। बलिदानी के पिता ने कहा कि विक्रम बतरा ने कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया था।