प्रदेश में मजदूरों के बच्चों को पीएचडी करने के लिए मिलेंगे 1.20 लाख, कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बताईं योजनाएं
हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष डा. राकेश शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने कामगारों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। बोर्ड के पास पंजीकृत मजदूरों के बच्चों की पहली कक्षा से पीएचडी तक का प्रबंध किया गया है।
देहरा, संवाद सहयोगी। हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष डा. राकेश शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने कामगारों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। बोर्ड के पास पंजीकृत मजदूरों के बच्चों की पहली कक्षा से पीएचडी तक का प्रबंध किया गया है। देश भर में ऐसा अभी तक किसी भी बोर्ड ने नहीं किया है। डा. शर्मा ने कहा कि उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने मुख्यंमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष छह प्रस्ताव रखे थे। मुख्यमंत्री ने सभी को कैबिनेट में मंजूरी दिला दी। कामगार कल्याण बोर्ड के पास पंजीकृत होने के लिए किसी भी कामगार को 90 दिन कार्य करने का प्रमाण पत्र अनिवार्य है। यह कार्य किसी निजी क्षेत्र में भी किया हो सकता है।
इसके बाद संबंधित मजदूर बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करवा सकता है। पंजीकृत मजदूर को ही 13 तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इसके तहत मजदूर के बच्चे को पीएचडी की पढ़ाई के लिए एक लाख बीस हजार रुपये, दो बच्चों की शादी के लिए 51-51 हजार रुपये, गंभीर बीमारी के उपचार के लिए पांच लाख रुपये तक की मदद, विकलांगता पेंशन के अलावा बेटी के जन्म पर उसके नाम पर 51 हजार रुपये की एफडी करवाई जा रही है।
मजदूर के बच्चे को पढ़ाई के दौरान होस्टल खर्च के रूप में भी 20 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना या प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी बोर्ड 1.50 लाख रुपये अतिरिक्त देगा। उन्होंने पात्र लोगों से बोर्ड के पास पंजीकरण की अपील की है। उनका कहना है कि बोर्ड इसे लेकर पंचायतों में जागरूकता शिविर भी लगा रहा है।