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दक्षिण भारत के लोगों को भी धार्मिक पर्यटन से जोड़ेगा हिमाचल, शक्‍ितपीठों व प्रमुख मंदिरों की बनेगी डॉक्‍यूमेंट्री

Himachal Religious Tourism कांगड़ा जिले में जल्द धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे। इस दिशा में जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 10:08 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 10:08 AM (IST)
दक्षिण भारत के लोगों को भी धार्मिक पर्यटन से जोड़ेगा हिमाचल, शक्‍ितपीठों व प्रमुख मंदिरों की बनेगी डॉक्‍यूमेंट्री
दक्षिण भारत के लोगों को भी धार्मिक पर्यटन से जोड़ेगा हिमाचल, शक्‍ितपीठों व प्रमुख मंदिरों की बनेगी डॉक्‍यूमेंट्री

धर्मशाला, जेएनएन। कांगड़ा जिले में जल्द धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे। इस दिशा में जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। अब उत्तर ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत के लोगों को भी धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाएगा। जिला प्रशासन ने इस दिशा में शक्तिपीठों के साथ-साथ अन्य मंदिरों पर डॉक्यूमेंट्री बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। अभी तक जिला कांगड़ा के मंदिरों में केवल उत्तर भारत के लोग ही पहुंचते हैं, जबकि दक्षिण भारत के बाशिंदे पूर्णतया अछूते हैं। अब इस दिशा में प्रशासन ने कदमताल शुरू की है। इससे  धार्मिक पर्यटन को पंख लगेंगे और स्थानीय लोगों को घर-द्वार रोजगार के अवसर मिलेंगे।

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इन मंदिरों पर बन रही डॉक्यूमेंट्री

शक्तिपीठ श्री बज्रेश्वरी देवी कांगड़ा, श्री ज्वालामुखी मंदिर व श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के अलावा सिद्धपीठ बगलामुखी मंदिर, भागसूनाग मंदिर, शिव धाम बैजनाथ के साथ-साथ महाकाल मंदिर की भी डॉक्यूमेंट्री बनेगी।

यह है उद्देश्य

डॉक्यूमेंट्री बनाने का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ जिले के मंदिरों का इतिहास एवं महत्व राष्ट्रीय मानचित्र पर लाना है। डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को राज्य के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक स्थानों में प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही इसे होटलों में भी दिखाया जाएगा। देश के अन्य राज्यों में भी इन्हें भेजा जाएगा, ताकि धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा सके। डॉक्यूमेंट्री को हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी बनाया जाएगा।

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंदिरों के इतिहास एवं महत्व को राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिए मंदिरों की डॉक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। डॉक्यूमेंट्री के तहत सात मंदिरों को शामिल किया गया है। तीनों शक्तिपीठ के अलावा शिव धाम बैजनाथ को भी इसमें शामिल है। -राघव शर्मा, एडीसी कांगड़ा।


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