Video : ग्रामीणों की एकजुटता, 500 मीटर गहरी खाई से खींच निकाली दुर्घटनाग्रस्त कार, देखें वीडियो
Car Pulled Out of Ditch इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें गहरी खाई से लोग रस्सी खींच कर एक दुर्घटनाग्रस्त कार को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। यह वीडियो जिला सिरमौर के शिलाई उपमंडल के नाया पजोड़ गांव का है।
नाहन, जागरण संवाददाता। Car Pulled Out of Ditch, इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गहरी खाई से लोग रस्सी खींच कर एक दुर्घटनाग्रस्त कार को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। यह वीडियो जिला सिरमौर के शिलाई उपमंडल के नाया पजोड़ गांव का है।
आज मेरे गांव वालों ने जो एकता का परिचय दिया सही मायने में तारीफ के लिए शब्द नहीं है कार को 350 मीटर गहरी खाई से खींच कर सड़क तक लेकर आए अज्ञात व्यक्ति की गाड़ी कुछ दिन पहले ही खाई में ग दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी ,जेसीबी मशीन और क्रेन वाले ने साफ इंकार कर दिया था निकालने के लिए pic.twitter.com/5gVKsEpLGA
— Rishu (@Rishusharma21) January 21, 2022
करीब 500 फीट गहरी खाई में गिरी कार को रस्सों में बांध कर खींचते हुए सड़क तक पहुंचाया। यह घटना शुक्रवार दोपहर की है। करीब दो महीने पहले सड़क हादसे में एक शिक्षक की मौत हो गई थी। हादसे के बाद से ही कार खाई में पड़ी हुई थी। हादसे में कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, मगर इसे निकाला जाना था। ग्रामीणों ने पहले पांवटा साहिब तक क्रेन मंगवाने का प्रयास किया। क्रेन मालिक द्वारा रिमोट इलाके में कार को खाई से निकालने के लिए बड़ी रकम मांगी जा रही थी। इस पर ग्रामीणों ने अपनी हेला प्रथा का एक बार फिर उदाहरण पेश करने की ठान ली। एक ही आवाज में लगभग 150 लोग कार को निकालने के लिए एकत्रित हो गए। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कार को खींचकर खड़ी चढ़ाई में धक्का देकर निकालने में सफलता अर्जित कर ली गई। इस घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आ चुका है, लिहाजा हर कोई इसे देखकर आश्चर्यचकित भी हो रहा है।
इस पर ग्रामीणों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हेला प्रथा जारी है। इसमें एक-दूसरे की मदद की जाती है। इस प्रथा में किसी भी तरह का कोई लेनदेन नहीं होता। जिस परिवार के लिए सामूहिक तौर पर लोग एकत्रित होते हैं, ये उसकी अपनी इच्छानुसार लोगों के लिए चायपान की व्यवस्था की जाती है।
उधर, नाया पंजोड पंचायत के प्रधान लायक राम ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त कार को निकालने के लिए क्रेन उपलब्ध नहीं थी। लिहाजा, सब लोगों ने एकजुट होकर कार को रस्सियों की सहायता से सड़क तक पहुंचा दिया।
पहले भी हरिपुरधार में पेश किया था उदाहरण
गौरतलब है कि कुछ माह पहले हरिपुरधार क्षेत्र में भी ग्रामीणों ने हेला प्रथा को लेकर एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया था। एक व्यक्ति की जर्सी गाय खाई में गिरने के कारण जख्मी हो गई थी। इसे निकाल पाना न केवल मुश्किल बल्कि असंभव सा प्रतीत हो रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देकर असंभव को संभव कर दिखाया था।