धर्मशाला के पर्यटन स्थलों में बर्फबारी से चहके कारोबारी; इन स्थानों पर घूमने का बना सकते हैं प्लान
Snowfall in Dharamshala मैक्लोडगंज व नड्डी में बर्फबारी से होटल संचालकों के चेहरों पर रौनक लौट आई है।
धर्मशाला, जेएनएन। मैक्लोडगंज व नड्डी में बर्फबारी से होटल संचालकों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। उन्हें उम्मीद है कि बर्फबारी का दीदार करने के लिए अब पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और कारोबार में तेजी आएगी। हालांकि धर्मशाला और मैक्लोडगंज अभी तक मुख्य रूप से गर्मियों के सीजन के लिए ही पर्यटकों की पसंद हैं लेकिन होटल कारोबारी इसे विंटर टूरिस्ट साइट बनाने के प्रयासों में जुटे हैं। उद्देश्य यह है कि मनाली की तर्ज पर यहां सर्दियों में भी पर्यटक आएं ताकि सालभर पर्यटक यहां आ सकें।
क्या हैं तैयारियां
विंटर टूरिस्ट साइट के तौर पर धर्मशाला व मैक्लोडगंज को प्रसिद्ध करने के लिए 27, 28 व 29 फरवरी को इनडोर स्टेडियम धर्मशाला में टूरिज्म फेयर का आयोजन किया जाएगा। आयोजन में देशभर से होटल व पर्यटन के साथ जुड़े टूरिस्ट गाइड और कारोबारियों को बुलाया जाएगा। इन लोगों को धर्मशाला व आसपास की टूरिस्ट साइटें दिखाई जाएंगी, ताकि वे लोग अपने राज्यों से पर्यटकों को धर्मशाला की सुंदरता के बारे में बता सकें।
क्या है पर्यटकों की स्थिति
धर्मशाला व मैक्लोडगंज क्षेत्र मुख्य रूप से गर्मियों के मौसम में ही पर्यटकों की पहली पसंद हैं। अप्रैल से जुलाई तक पर्यटकों की यहां आवाजाही होती है। इसके अलावा अन्य महीनों में ऑफ सीजन रहता है।
जून में शुरू होगी कदमताल
जून में मनाली की तर्ज पर कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा। कार्निवाल के शुरुआती दो-तीन संस्करण गर्मी के दिनों में आयोजित किए जाएंगे, क्योंकि गर्मी के मौसम में यहां अधिक पर्यटक होते हैं। इसके बाद अक्टूबर व नवंबर में भी आयोजन होंगे।
धर्मशाला में कितने होटल
धर्मशाला में ज्यादातर होटल मैक्लोडगंज में हैं। मैक्लोडगंज से श्री चामुंडा तक के होटल अपर धर्मशाला होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के तहत हैं। वर्तमान में धर्मशाला क्षेत्र में करीब 400 निजी होटल हैं, जबकि चार सरकारी होटल भी हैं।
कौन-कौन हैं टूरिस्ट साइट
धर्मशाला में युद्ध स्मारक, चाय का बागान, नोरबुङ्क्षलका, कारमापा मोनेस्ट्री, क्रिकेट स्टेडियम, मैक्लोडगंज, सेंट जॉन चर्च, दलाईलामा मंदिर, भागसूनाग, वाटरफाल, गलू, डल झील, नड्डी, त्रियुंड व गुणा माता मंदिर मुख्य टूरिस्ट साइट हैं।
क्षेत्र में बर्फबारी तो हो रही है, लेकिन पर्यटकों का रुझान नहीं है। क्षेत्र को विंटर टूरिस्ट साइट बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि सालभर कारोबार चलता रहे। -अश्वनी बांबा, अध्यक्ष होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन, धर्मशाला।