Himachal Oxygen Plants: एसजेवीएन हिमाचल में स्थापित करेगा चार आक्सीजन प्लांट, इन चार जिलों में लगाए जाएंगे
Himachal Oxygen Plants सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) की और हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगेे। ये प्लांट 4.5 करोड़ रुपये की लागत से शिमला के रामपुर किन्नौर लाहुल स्पीति और हमीरपुर में लगाए जाएंगे।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Oxygen Plants, सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) की और हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगेे। ये प्लांट 4.5 करोड़ रुपये की लागत से शिमला के रामपुर, किन्नौर, लाहुल स्पीति और हमीरपुर में लगाए जाएंगे। एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से शिमला में बुधवार को हुई मुलाकात कर यह जानकारी दी। इस दौरान प्रदेश में नई पन विद्युत परियोजनाओं के निर्माण कार्यों को लेकर भी चर्चा हुई। नंदलाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन कोरोना टीकाकरण के लिए राज्य सरकार को लगभग एक करोड़ के कोल्ड चेन उपकरण उपलब्ध करवा चुका है।
एसजेवीएन ने आइजीएमसी शिमला को 50 सेमी फालर बेड उपलब्ध करवाए हैं। इसके अलावा वेंटीलेटर, आक्सीमीटर, मास्क, सैनिटाइजर के अलावा अन्य मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए दो करोड़ की वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई है । स्वास्थ्य देखरेख के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए गैर सरकारी संस्थाओं को सहायता स्वरूप एसजेवीएन ने एक करोड़ दिए हैं। पिछले चार माह के दौरान महामारी से लड़ाई के लिए एसजेवीएन ने लगभग 7.5 करोड़ रुपये की सहायता दी है।
इसके अलावा एसजेवीएन बिहार, उत्तराखंड तथा उन राज्यों में जहां एसजेवीएन की उपस्थिति है वहां वेंटीलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर, आक्सीमीटर तथा अन्य मेडिकल उपकरणों की अस्पतालों में खरीद के लिए मदद करवा रहा है । एसजेवीएन के कर्मचारी पहले ही सीएम रिलीफ फंड व एचपी कोविड-19 सालिडेरिटी रेस्पान्ड फंड में एक दिन के वेतन का अंशदान 45 लाख रुपये का योगदान दे चुके हैं।
एसजेवीएन ने अपने कर्मचारियों, एसजेवीएन में ठेकेदारों के कर्मचारियों तथा परियोजनाओं, कार्यालयों के इर्द-गिर्द रहने वाले स्थानीय लोगों के टीकाकरण के लिए फोर्टिस अस्पताल के साथ अनुबंध किया है। एसजेवीएन जरूरतमंदों को भोजन तथा जरूरी अन्य चीजें उपलब्ध करवाने के लिए खुले दिल से सहायता प्रदान करता है। एसजेवीएन पहले ही पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपये का अंशदान दे चुका है।