रक्षाबंधन पर चांदी की यह खास राखी सजाएगी भाई की कलाई, जानिए क्या है कीमत
रक्षाबंधन पर धागे सितारों और खिलौनों से बनी राखियों के साथ इस बार चांदी की राखियों ने भी स्थान ले लिया है। अब बहनों को भाई की कलाई सजाने के लिए चांदी की राखियां भा रही हैं।
शिमला, रामेश्वरी ठाकुर। भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन पर वैसे तो रेशम का धागा ही काफी होता है, लेकिन बदलते दौर में रक्षाबंधन मनाने का तरीका भी बदल रहा है। रक्षाबंधन पर धागे, सितारों और खिलौनों से बनी राखियों के साथ इस बार चांदी की राखियों ने भी स्थान ले लिया है। अब बहनों को भाई की कलाई सजाने के लिए चांदी की राखियां भा रही हैं। राखियों को खरीदने के लिए शिमला के सर्राफा बाजार में खासी भीड़ भी उमड़ रही है। त्योहार को खास बनाने के लिए व्यापारियों ने तैयारियां कर रखी है।
शहर के बाजार में एक से पांच ग्राम में तैयार की गई चांदी की राखी की कीमत 250 रुपये से शुरू होकर चार हजार रुपये तक है। इसमें बढ़ती रेंज के साथ डिजाइनर राखियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ब्रो, भाई, ओम सहित विभिन्न लुभावने शब्दों के डिजाइन वाली राखियां महिलाओं की पसंद बनी हुई हैं। कम रेंज वाली राखियों में रेशम के धागे के साथ चांदी के डिजाइन मिल रहे हैं, वहीं अधिक रेंज में ज्यादा चांदी के साथ ब्रेसलेट तैयार किए गए हैं, जोकि महिलाओं को काफी पसंद भी आ रहे हैं। इसके अलावा भाई की पसंद की राखी खरीदने के लिए युवतियां फुटपाथ पर लगे स्टालों पर राखियां खरीदती दिखीं। बहनें महंगाई को पीछे छोड़ते हुए भाइयों के लिए एक से बढ़कर एक राखी खरीद रही हैं।
ग्राहकों की डिमांड पर उतारीं कई वैरायटियां
हंस ज्वेलर्स के कारोबारी वरुण ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण फैली मंदी में कारोबार बेहद प्रभावित हुआ था। अनलॉक-2 शुरू होने के बाद आर्थिकी पटरी पर आ रही है। राखी व शादियों के त्योहार के चलते बाजार में रौनक दिख रही है। बाजार में चांदी से बनी राखियों की खूब डिमांड चल रही है, इसलिए पहले से ही महिलाओं की पसंद को देखते हुए कई वैरायटियां बनाई गई हैं।
डाक के माध्यम से बहनें भिजवा रही राखियां
भाई-बहन के बीच संबंध को दर्शाने वाला रक्षाबंधन का त्योहार बंधा तो एक रेशमी धागे से है, लेकिन इसकी मान्यता खूब है। यही वजह है कि बहनें जहां अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं, वहीं भाई इस त्योहार पर अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। इस बार यह त्योहार तीन अगस्त को मनाया जाएगा। भाई से दूर रहने वाली बहनें भाइयों को डाक के माध्यम से राखी भिजवा रही हैं।