शिमला-मटौर एनएच की ब्रह्मपुखर से कंदरौर तक सुधरेगी हालत, एनएचएआइ ने जारी किया बजट
Shimla Matour Highway राष्ट्रीय उच्च मार्ग शिमला-मटौर पर ब्रह्मपुखर से कंदरौर तक बिगड़ी सड़क की हालत को बदलने के लिए नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया करोड़ों रुपये खर्च करेगा। इससे जहां सड़कों की सूरत अच्छी होगी। वहीं वाहन चालकों को भी हिचकोले खाने से छुटकारा मिलेगा।
बिलासपुर, रजनीश महाजन। राष्ट्रीय उच्च मार्ग शिमला-मटौर पर ब्रह्मपुखर से कंदरौर तक बिगड़ी सड़क की हालत को बदलने के लिए नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया करोड़ों रुपये खर्च करेगा। इससे जहां सड़कों की सूरत अच्छी होगी। वहीं वाहन चालकों को भी हिचकोले खाने से छुटकारा मिलेगा। विभागीय अधिकारियों ने करीब 24 किलोमीटर सड़क की हालत को सुधारने के लिए कवायद तेज कर दी है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यह काम आने वाली गर्मियों में शुरू हो जाएगा। इस सड़क पर जहां नौ किलोमीटर टारिंग की जाएगी। वहीं इससे आगे पैचवर्क का काम किया जाएगा।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग शिमला मटौर पर करीब 24 किलोमीटर ब्रह्मपुखर से कंदरौर मार्ग तक सड़क की हालत दयनीय हो गई है। सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं। इस कारण लोगाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बार गड्ढों को बचाने के चक्कर में दोपहिया वाहन चालक भी नियंत्रण खो देते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में लोगों की समस्या को देखते हुए सड़क की हालत को सुधारने के लिए एनएचएआई कंदरौर से ब्रह्मपुखर मार्ग तक सड़क पर टारिंग तथा पैच वर्क का काम किया जाएगा।
अधिकारियों की मानें तो ब्रह्मपुखर से नौ किलाेमीटर तक टारिंग का कार्य किया जाएगा तथा इससे आगे कंदरौर तक पैच वर्क का काम किया जाएगा। इसपर पर करीब तीन करोड़ 83 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सड़क की हालत को सुधारने का काम शीघ्र अति शीघ्र संपन्न हो सके इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने टेंडर कॉल कर लिए हैं। ऐसे में जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होती है वैसे ही सड़क पर मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
शिमला मटौर पर पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि शिमला से पर्यटक मंडी या फिर धर्मशाला जाने के लिए इसी मार्ग का प्रयोग करते हैं। ऐसे में इस सड़क की हालत को दुरूस्त करने के लिए विभाग ने कदमताल शुरू कर दी है।
एनएचएआई के अधिशाषी अभियंता विक्रम मीणा ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि एनएच शिमला मटौर पर ब्रह्मपुखर से कंदरौर तक 3.83 करोड़ रुपये से टारिंग और पैचवर्क का कार्य किया जाना है। इसके लिए विभाग ने टेंडर कॉल करना शुरू कर दिया है।