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छह माह में दो आतंकी धमकियों के बाद कालका-शिमला रेल ट्रैक की बढ़ाई सुरक्षा

Kalka Shimla Rail Track विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलवे ट्रैक का सफर पहले से अधिक सुरक्षित होगा। शिमला रेलवे स्टेशन को उड़ाने की छह माह में दो बार आई आतंकी धमकियों के मद्देनजर ट्रैफिक टूरिस्ट एंड रेलवे पुलिस (टीटीआर) ने गश्त बढ़ा दी हैं।

By Virender KumarEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 10:26 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 10:26 PM (IST)
छह माह में दो आतंकी धमकियों के बाद कालका-शिमला रेल ट्रैक की बढ़ाई सुरक्षा
कालका-शिमला रेल ट्रैक की बढ़ाई सुरक्षा। जागरण आर्काइव

शिमला, राज्‍य ब्‍यूरो। Kalka Shimla Rail Track, विश्व धरोहर घोषित कालका-शिमला रेलवे ट्रैक का सफर पहले से अधिक सुरक्षित होगा। शिमला रेलवे स्टेशन को उड़ाने की छह माह में दो बार आई आतंकी धमकियों के मद्देनजर ट्रैफिक, टूरिस्ट एंड रेलवे पुलिस (टीटीआर) ने गश्त बढ़ा दी हैं।

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सूत्रों के अनुसार दोनों बाद धमकियां हिमाचल प्रदेश के चंबा से सटे जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों ने दी है। इन्हें रेलवे पुलिस ने गंभीरता से लिया है। अब टीटीआर पुलिस पहले से और चौकन्नी हो गई है। रेलवे पुलिस के रडार पर अब मादक द्रव्य पदार्थों के तस्कर और जिस्मफरोशी का धंधा करने वाले भी आ गए हैं। ऐसी सूचनाएं हैं कि प्रदेश में कुछ जगहों पर ऐसी गैर कानूनी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। परवाणू और कंदरौड़ी के आसपास के कई प्वाइंट इस लिहाज से अत्यंत संवेदनशील बने हुए हैं।

प्रधानमंत्री ने साझा की थी तस्वीरें

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिन पहले ही शिमला-कालका रेलवे ट्रैक की खूबसूरत तस्वीरों को अपने फेसबुक पेज पर साझा किया था। उन्होंने ट्रैक की खूब तारीफ की थी। इससे एक बार फिर से 1903 में निर्मित यह ट्रैक फिर से पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र तो बना ही है, अपनी खूबसूरती के लिए नए सिरे से चर्चाओं में आ गया है।

तस्करों पर कसेगा शिकंजा

रेलवे पुलिस नशीले पदार्थों के तस्करों पर कड़ी नकेल कसेगी। इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया गया है। जल्द ही तस्कर गिरफ्त में हो सकते हैं।

हिमाचल से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की गहन जांच होगी

हिमाचल प्रदेश पुलिस के ट्रैफिक, टूरिस्ट एंड रेलवे यूनिट में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों ने एक साल में राज्य से गुजरने वाली 17334 ट्रेन की जांच- पड़ताल की। इसके अलावा अनाधिकृत तौर पर ट्रैक पार करने वाले मामलों की 21 इन्क्वायरी की। ये लोग हादसे के शिकार हो गए थे। बेहतर कार्य करने के लिए डीजीपी संजय कुंडू ने टीटीआर पुलिस की पीठ थपथपाई है। वर्तमान में राज्य में टीटीआर के शिमला और कांगड़ा में दो सरकारी रेलवे पुलिस स्टेशन कार्यरत हैं। कंडाघाट, कंद्रोरी और ऊना में तीन आउटपोस्ट हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस रेलवे ङ्क्षवग के पुलिस कर्मियों ने वर्ष 2021 में शिमला परवाणू रेलवे ट्रैक के अधिकार क्षेत्र के साथ-साथ शिमला रेलवे प्लेटफार्म पर सभी 3815 ट्रेन की जांच की है। इसी तरह रेलवे स्टेशन कांगड़ा, आउट पोस्ट ऊना में तैनात किया गया है। कंदरोड़ी ने वर्ष-2021 में अपने अधिकार क्षेत्र में आने और पार करने वाली सभी 13519 ट्रेन की भी जांच की है।

हो रही नियमित गश्त

डीआइजी टीटीआर प्रेम ठाकुर ने बताया कि पुलिस कर्मी रेलवे स्टेशन में नियमित रूप से गश्त कर रहे हैं। रेलवे प्लेटफार्म पर लोगों को शिक्षित भी कर रहा है।


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