जसूर कस्बे में गंदगी के ढेर देखकर एसडीएम ने लगाई क्लास, तीन दिन में व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम
SDM Nurpur Visit Jasur व्यापारिक कस्बा जसूर में स्वच्छता को जांचने के लिए एसडीएम नूरपुर डाॅक्टर सुरेंद्र ठाकुर ने सोमवार को समूचे कस्बे का औचक निरीक्षण किया।
जसूर, जेएनएन। व्यापारिक कस्बा जसूर में स्वच्छता को जांचने के लिए एसडीएम नूरपुर डाॅक्टर सुरेंद्र ठाकुर ने सोमवार को समूचे कस्बे का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सब्जी मंडी, बाजार और दुकानों के आगे फैली गंदगी को लेकर मंडी संचालकों, दुकानदारों और सार्वजिक जगहों पर बिखरे कूड़े को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों की खूब क्लास लगाई। एसडीएम ने कड़े निर्देश जारी किए कि तीन दिन के अंदर व्यवस्था सुधारें, अन्यथा प्रशासन कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होगा।
उन्होंने सब्जी मंडी जसूर के प्रत्येक संचालक को अपनी दुकान के आगे दो कूड़ेदान लगाने के निर्देश दिए, ताकि कूड़े कचरे को कूड़ेदानों में डालकर उचित जगह पर उसका निष्पादन किया जाए। उन्होंने मंडी संचालकों को प्रतिबंधित पाॅलीथीन लिफाफों के प्रयोग पर आगाह करते कहा कि पाॅलीथीन का प्रयोग न करें ऐसा करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित करते हुए कहा जगह-जगह गंदगी होने से बीमारी फैलने का अंदेशा रहता है, जिससे वहां रहने वाले लोग ही प्रभावित होते हैं इसलिए अपने परिसर और आसपास के क्षेत्र को साफ सुथरा रखना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। इसके लिए सभी को प्रशासन का सहयोग करना होगा अन्यथा फिर चालान जैसे कदम उठाने के लिए प्रशासन को मजबूर होना पड़ेगा।
इस अवसर पर विकास खंड अधिकारी केसी रियाल, पंचायत प्रधान रजनी महाजन, मंडी प्रधान रविंद्र गुलेरिया, व्यापार मंडल पदाधिकारी राजू महाजन समेत अन्य गण्यमान्य मौजूद रहे।
शौचालय निर्माण में हो रही देरी पर लिया कड़ा संज्ञान
एसडीएम नूरपुर औचक निरीक्षण के दौरान जैसे ही कस्बा जसूर के निचले बस स्टॉप पर पहुंचे तो लोगों ने उन्हें शौचालय के निर्माण में हो रही देरी को लेकर संबंधित विभाग की कारगुजारी से अवगत करवाया। इस पर एसडीएम ने संबंधित अधिकारियों की भी क्लास लगा दी। लोगों ने एसडीएम से कहा कि कस्बा जसूर के निचले बस स्टॉप पर दर्जनों क्षेत्रों के लिए रोजाना बसें आती जाती हैं और सैंकड़ों लोग प्रतिदिन इस बस स्टॉप पर बस के इंतजार में रुकते हैं। साथ ही बाजार के आधे भाग के करीब 200 दुकानदार भी प्रतिदिन कार्यरत रहते हैं। लोगों की मांग पर सांसद निधि से शौचालय निर्माण के लिए पिछले तीन सालों से तीन लाख की राशि भी स्वीकृत पड़ी है। लेकिन विकास खंड कार्यालय उसे आज तक खर्च करने में ही असहाय है। एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने विकास खंड अधिकारी को तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए।