सिंहन गांव में निर्माण कार्य में कोताही बरतने के कारण पूरा होने से पहले ढह गया लाखों का डंगा
बल्ह हलके की गोडा गागल पंचायत के सिंहन गांव में निर्माण कार्य में बरती गई कोताही से लाखों रुपये का डंगा पूरा होने से पहले ढह गया। इससे गांव के लिए घरों को खतरा पैदा हो गया है। प्री मानसून दस्तक देने को तैयार है।
मंडी, जागरण संवाददाता। बल्ह हलके की गोडा गागल पंचायत के सिंहन गांव में निर्माण कार्य में बरती गई कोताही से लाखों रुपये का डंगा पूरा होने से पहले ढह गया। इससे गांव के लिए घरों को खतरा पैदा हो गया है। प्री मानसून दस्तक देने को तैयार है। ऐसे में बारिश से यहां बड़ा हादसा पेश आ सकता है। ग्रामीण कई दिनों से पंचायत प्रधान से क्षतिग्रस्त डंगे की मरम्मत करने की गुहार लगा रहे हैं,लेकिन प्रधान उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं है। गांव के ज्यादातर घरों को जोड़ने व खेतों तक पहुंचने के लिए एकमात्र संपर्क मार्ग है। डंगा ढहने से संपर्क मार्ग पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है।
लोगों को अपने वाहन घर के बजाय सड़क किनारे खड़े करना पड़ रहे हैं। संपर्क मार्ग पर परम देव की पशुशाला के समीप कुछ माह पहले भूस्खलन हो गया था। मार्ग का करीब 50 फीट हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया था। पंचायत प्रधान ने यहां करीब डेढ़ माह पहले डंगा लगाने का काम शुरु किया था। पत्थर व सीमेंट से लगाए गए 50 फीट लंबे व 18 फीट डंगे का करीब 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया था। पिछले दिनों हुई बारिश से डंगा बीच से ढह गया। इसके बाद प्रधान ने डंगे का काम बंद कर दिया। ग्रामीण मरम्मत के लिए गुहार लगाते रहे। थक हार के ग्रामीणों को बीडीओ बल्ह से शिकायत करना पड़ी। ब्लाक से डंगें के लिए करीब 1.20 लाख रुपये की राशि जारी हो चुकी है। निर्माण कार्य पर करीब पांच लाख के आसपास खर्च हुआ है। ग्रामीणों ने बीडीओ बल्ह से डंगें का कार्य नए सिरे से करवा मामले की जांच की मांग की है।
प्रधान ग्राम पंचायत गोडा गागल रामानंद डोगरा ने कहा कि डंगे के निर्माण कार्य के दौरान ग्रामीणों ने वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी। दूसरा पानी का रिसाव होने से डंगा क्षतिग्रस्त हो गया। बुधवार से मरम्मत कार्य शुरु किया जा रहा है।
कनिष्ठ अभियंता, बल्ह ब्लाक सरोज बालाने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत के बाद डंगे का निरीक्षण किया गया। जल्द मरम्मत करवाई जाएगी। प्रधान को निर्देश दे दिए हैं।
बीडीओ बल्ह कुलवंत सिंह ने बताया कि शिकायत मिली है। कनिष्ठ अभियंता को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।