राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस में हिमाचल के सचिन ने जीता कांस्य
हिमाचल प्रदेश के सचिन राणा ने राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। रेनबो स्कूल के खेलो इंडिया टेेबल टेनिस आवासीय अकादमी नगरोटा बगवां में सचिन राणा को इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश के सचिन राणा ने राष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। यह प्रतियोगिता मध्यप्रदेश के इंदौर में 19 से 22 मार्च तक हुई। रेनबो स्कूल के खेलो इंडिया टेेबल टेनिस आवासीय अकादमी नगरोटा बगवां में सचिन राणा को इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया। टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के वरिष्ठ संयुक्त सचिव व हिमाचल के टेबल टेनिस के सचिव यश पाल राणा, जिला कांगड़ा के टेबल टेनिस संघ के अध्यक्ष डा. छवि कश्यप, भारतीय खेल प्राधिकरण के कोच राकेश जस्सल व सचिव अंकुश मेहरा ने पैरा नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर सचिन को बधाई दी और उन्हें शॉल, टोपी व स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया।
सचिन राणा ने इस उपलब्धि का श्रेय भारतीय खेल प्राधिकरण के टेबल टेनिस कोच राकेश जस्सल को दिया। डा. छवि कश्यप ने कहा कि सचिन राणा की यह उपलब्धि पूरे प्रदेश के लिए बड़े ही गर्व की बात है। यदि मन में दृढ़ संकल्प हो तो हम कठिन से कठिन उपलब्धि को भी हासिल किया जा सकता है।
शिमला के पीयूष ने भी जीता कांस्य पदक
शिमला के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्हीलचेयर टेबल टेनिस खिलाड़ी व कंप्यूटर इंजीनियर पीयूष शर्मा ने भी इंदौर में हुई प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर हिमाचल का नाम रोशन किया है। वह नीदरलैंड में अंतरराष्ट्रीय पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अब फ्रांस में 2024 के पैरा ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना पाले हुए हैं। एनआइटी हमीरपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करने वाले पीयूष शर्मा बेंगलुरु में एक बड़ी विदेशी कंपनी में चार साल तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर रह चुके हैं। वह गुरुग्राम में एक वर्ष की टेक-लीडर्स फेलोशिप पर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विशेषज्ञ पीयूष ऐसे कई प्रोजेक्ट््स पर काम कर रहे हैं, जिनसे दिव्यांगों का जीवन टेक्नोलॉजी की सहायता से बहुत आसान हो जाएगा। पीयूष शर्मा एक बेहतरीन मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं और हजारों युवा उनसे प्रेरणा लेते हैं। शिमला शहर के शिवपुरी क्षेत्र के एक निम्न-मध्यमवर्गीय परिवार में जन्में पीयूष शर्मा रीढ़ की हड्डी की समस्या के कारण चल नहीं पाते हैं।