रोहतांग जाने के लिए गुलाबा व कोकसर में नहीं लगेगी लंबी कतार, परमिट जांचने के लिए बनाई यह खास एप
अब पर्यटक वाहनों को गुलाबा व कोकसर बैरियरों पर भी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। रोहतांग पास परमिट की वैधता जांचने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू ने राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र (एनआइसी) हिमाचल प्रदेश के सहयोग से एक मोबाइल एप विकसित की है।
कुल्लू, संवाद सहयोगी। दुनिया के पर्यटकों में खास पहचान बनाए 13050 ऊंचे रोहतांग दर्रे का दीदार करना अब आसान हो गया है। अब पर्यटक वाहनों को गुलाबा व कोकसर बैरियरों पर भी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। रोहतांग पास परमिट की वैधता जांचने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू ने राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र (एनआइसी) हिमाचल प्रदेश के सहयोग से एक मोबाइल एप विकसित की है।
पहले यह काम काउंटर पर लगे कंप्यूटर के जरिए होता था। इसमें वाहनों को कई घंटों के लंबे इंतजार के बाद रोहतांग को भेजा जाता था, लेकिन अब रोहतांग परमिट मानिटर मोबाइल एप के माध्यम से वाहन के पास जाकर ही परमिट को स्कैन करके चंद सेकंड में पूरा कर लिया जाएगा। वाहन चालकों को अपना वाहन छोड़कर काउंटर पर जाने की जरूरत भी नहीं होगी, बल्कि बैरियर पर तैनात कर्मचारी ही अब वाहनों के पास जाकर उनका परमिट की जांच करेंगे।
एक ही परमिट का बार-बार इस्तेमाल नहीं हो सकेगा
इसमें कर्मचारी मोबाइल फोन से क्यू-आर कोड को स्कैन करेगा और यह केवल एक बार ही होगा। इससे अब एक ही परमिट का बार-बार इस्तेमाल करना भी असंभव हो जाएगा। यह एप एंड्रायड मोबाइल फोन के लिए उपलब्ध करवाई गई है।
एप से पता चलेगा कितने वाहन गए रोहतांग
इस एप के आने से इस सारे काम में पारदर्शिता भी आएगी और समय की भी बचत होगी। वाहनों की रोहतांग दर्रे के लिए आवाजाही की वास्तविक संख्या का भी इस एप के माध्यम से पता चलेगा। रोहतांग पास मनाली से करीब 51 किलोमीटर दूर ऊंचाई पर स्थित है।
हर रोज जारी होते हैं 1200 परमिट
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के अनुसार रोजाना केवल 1200 वाहन ही रोहतांग दर्रे से गुजर सकते हैं। इसमें 800 पेट्रोल और 400 डीजल वाहनों को परमिट दिया जाता है। इसके अलावा 100 स्पेशल परमिट भी जारी किए जाते हैं जो राज्य के वाहनों के लिए होते हैं। रोहतांग पास एक ईको सेंसिटिव इलाका है। इसलिए यहां ज्यादा वाहनों का प्रवेश वर्जित है।
कहां से जारी होता है परमिट
रोहतांग पास से गुजरने के लिए आपको परमिट की जरूरत पड़ेगी जो आप हिमाचल प्रदेश पर्यटन की वेबसाइट से आनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। परमिट के लिए कभी भी अप्लाई किया जा सकता है। इसमें पैसे भी आनलाइन ही देने होंगे। इसमें सप्ताह में छह दिन तक ही परमिट लिया जा सकता है। इसके अलावा मंगलवार को मरम्मत के कारण रोहतांग दर्रा बंद होता है। इसलिए मंगलवार को परमिट जारी नहीं होता।
हमने रोहतांग जाने के लिए परमिट की वैधता जांचने के लिए एक विशेष मोबाइल एप बनाई गई है। इस एप के जरिए अब वाहनों के लंबे जाम की दिक्कत समाप्त हो जाएगी। इस एप से कर्मचारी परमिट को स्कैन करके चंद सैकेंड में सारा कार्य करेगा।
-आशुतोष गर्ग, उपायुक्त कुल्लू