कांगड़ा बाईपास से न गुजरना ही बेहतर
मटौर-शिमला एनएच पर कागड़ा बाईपास से कछियारी तक मार्ग गड्ढों से भर गया है।
संवाद सूत्र, कांगड़ा : मटौर-शिमला एनएच पर कागड़ा बाईपास से कछियारी तक मार्ग गड्ढों से भर गया है। खस्ताहाल मार्ग पर वाहन चलाना जोखिमपूर्ण हो गया है। इससे लोगों में भारी रोष है। मार्ग एक पुली का डंगा ढह जाने से बंद हो गया था और दो स्थानों पर भूस्खलन से गिरा मलबा यातायात में बाधा बना हुआ है। 15 दिन बीत जाने के बाद भी एनएच विभाग सोया हुआ है, जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बाईपास मार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहनों की आवाजाही होती है, लेकिन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पुली का डंगा ढह जान से बाईपास से आने वाली गाड़ियों को वाया टाडा होकर जाना पड़ रहा है। वहीं, गुप्ता गंगा मार्ग बंद होने से कछियारी के विकल्प मार्गो पर भी यातायात का बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे अकसर जाम की स्थिति पैदा हो रही है। मेडिकल कॉलेज टाडा जाने वाले मरीजों को भी गड्ढों की वजह से काफी परेशानी हो रही है। हालाकि कागड़ा शहर से गुजरने वाली सड़क पर लोक निर्माण विभाग की ओर से मिट्टी से गड्ढों को भरा जा रहा है, लेकिन बाईपास सड़क के गड्ढों को अभी तक नहीं भरा गया है।
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एक-दो दिन में गड्ढों को भर दिया जाएगा। वहीं, पुलिया की मरम्मत भी जल्द की जाएगी। लगातार बारिश होने से काम में देरी हुई है।
-सतीश नाग, एसई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।