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रेजिडेंट डाक्टर की हड़ताल से चरमराई व्‍यवस्‍था, आइजीएमसी शिमला में पूरा दिन हड़ताल, देखिए तस्‍वीरें

Resident Doctors Association Strike रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने मांगों के समर्थन में आंदोलन तेज कर दिया है। आज बुधवार से पूरा दिन हड़ताल पर रहेंगे। इस कारण मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। आइजीएमसी अस्‍पताल शिमला के तीन सौ डाक्‍टर हड़ताल पर हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 10:17 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 12:51 PM (IST)
रेजिडेंट डाक्टर की हड़ताल से चरमराई व्‍यवस्‍था, आइजीएमसी शिमला में पूरा दिन हड़ताल, देखिए तस्‍वीरें
आइजीएमसी शिमला में ओपीडी के बाहर लगी मरीजों की भीड़।

शिमला, जागरण संवाददाता। Resident Doctors Association Strike, रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने मांगों के समर्थन में आंदोलन तेज कर दिया है। आइजीएमसी शिमला में आज बुधवार से पूरा दिन हड़ताल पर हैं। इस कारण मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। आइजीएमसी अस्‍पताल शिमला के तीन सौ डाक्‍टर हड़ताल पर हैं। वहीं, डाक्‍टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्‍पताल टांडा में भी रेजिडेंट डाक्‍टर हड़ताल पर चले गए हैं। हालांकि यहां डाक्‍टरों ने दो घंटे की ही हड़ताल की। लेकिन इस दौरान भी मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्‍पताल में भी तीन सौ के करीब जूनियर व सीनियर रेजिडेंट डाक्‍टरों ने हड़ताल की।

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डाक्‍टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्‍पताल टांडा में बुधवार को दो घंटे की हड़ताल के दौरान रेजिडेंट डाक्‍टर एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्‍य।

लाल बहादुर शास्‍त्री मेडिकल कालेज एवं अस्‍पताल नेरचौक में भी रेजिडेंट डाक्‍टर दो घंटे की हड़ताल पर रहे। इस कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। डाक्‍टर न तो सुबह राउंड पर गए और न ही ओपीडी में मरीजों को देखा। इस कारण मरीज बेहाल दिखे।

लाल बहादुर शास्‍त्री मेडिकल कालेज एवं अस्‍पताल नेरचौक में हड़ताल के दौरान रेजिडेंट डाक्‍टर।

बीते दो दिन इन्‍होंने दो घंटे की हड़ताल की व इसके बाद ओपीडी में आ गए। रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन के महासचिव डाक्‍टर अक्षत पुरी ने कहा आज से आंदोलन तेज होगा। फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन के बैनर तले देशभर में यह हड़ताल हो रही है।

आइजीएमसी शिमला में रेजिडेंट डाक्‍टर की हड़ताल के कारण ओपीडी के बाहर बैठे परेशान मरीज व तीमारदार।

रेजिडेंट डाक्टर नीट पीजी की काउंसलिंग को अस्थायी तौर पर आगे बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं। एसोसिएशन का कहना है डाक्टर की कमी है। ऐसे में समय पर काउंसलिंग होनी चाहिए। कोरोना की तीसरी लहर आ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं खासकर डाक्टर की कोई कमी नहीं होनी चाहिए।


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