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राजगढ़ के पालु गांव के शचिंद्र नाथ शर्मा का इसरो में हुआ चयन

होनहार बीरवान के होत चिकने पात। यह कहावत शचिंद्र नाथ शर्मा पर खरी उतरती है। जिन्होंने कड़ी मेहनत से वैज्ञानिक बनकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो) में जाने का सपना पूरा किया है। राजगढ़ क्षेत्र में खुशी का माहौल है।

By Richa RanaEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 06:36 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 06:36 PM (IST)
राजगढ़ के पालु गांव के शचिंद्र नाथ शर्मा का इसरो में हुआ चयन
राज्रढ़ के शचिंद्र का चयन इसरो के लिए हो गया हे।

राजगढ़,पवन तोमर। होनहार बीरवान के होत चिकने पात। यह कहावत शचिंद्र नाथ शर्मा पर खरी उतरती है। जिन्होंने कड़ी मेहनत से वैज्ञानिक बनकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो) में जाने का सपना पूरा किया है। राष्ट्रीय स्तर की इस कठिन परीक्षा में शचिंद्र नाथ शर्मा ने देश भर में 25वां रैंक हासिल किया है। इनके इसरो में चयन होने पर समूचे राजगढ़ क्षेत्र में खुशी का माहौल है और उनके माता-पिता तथा परिवार के अन्य सदस्यों को बधाई देने वालों का तांता लग रहा है।

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26 वर्षीय शचिंद्र नाथ शर्मा मूलतः राजगढ़ के पालू गांव से संबध रखते हैं। इन्होंने 9वीं कक्षा तक की शिक्षा सुंदरनगर में ग्रहण की, इनके पिता यतिंद्र नाथ शर्मा उन दिनों राजकीय पॉलटेकनिक कॉलेज में सेवारत थे और आजकल पॉलटेकनिक कॉलेज धौलाकुंआ में ऑटोमोबाइल विषय के प्रमुख है। इसके उपंरात शचिन्द्र ने दसवी की पढ़ाई केबी डीएवी स्कूल चंडीगढ़ में की और 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसी प्रकार जमा दो तक भी पढ़ाई भी चंडीगढ़ में ही की। इसके उपरांत इनका द्वारा जेईई की मेन परीक्षा पास की और इनका चयन पंजाब इंजिनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ में हुआ, जहां पर इनके द्वारा बीटेक की गई।

शचिंद्र शर्मा ने बताया कि बीटेक करने के उपरांत उन्हें वर्ष 2018 में हीरो मोटर कॉरप में नौकरी मिल गई। मगर वह इसरो में वैज्ञानिक बनाने चाहते थे । सात महीने उपरांत इन्होने नौकरी छोड़ दी और घर ही इसरो में वैज्ञानिक बनने की तैयारी में जुट गए। जनवरी 2020 में इनके द्वारा इसरो के लिए आयोजित प्रतियोगिता में भाग लिया गया। कोरोना काल के चलतेे परिणाम आने में विलंब हो गया । इन्होने देश भर में 25वां स्थान प्राप्त किया । इस प्रतियोगिता में देश भर के असंख्य युवाओं ने भाग लिया था । इनका कहना है कि उनके पिता उन्हें सिविल सर्विस के लिए प्रेरित कर रहे थे, उनका सपना देश का एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक बनना था। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और गुरूजनों को दिया है। जिनके आर्शीवाद से उन्होने यह मुकाम हासिल किया है ।

पझौता स्वतंत्रता सैनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश और पूर्व जिप सदस्य शकुंतला प्रकाश ने शचिंद्र नाथ को बधाई देते हुए कहा कि इसरो में जाने वाले राजगढ़ क्षेत्र के पहले युवा है। जिन्होने देश, प्रदेश और विशेषकर राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इन्होंने बताया कि पालु गांव के इसी परिवार की दो बेटियां अनुष्का और मनस्वी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है । इसी प्रकार इस गांव से निशांत शर्मा खंड विकास अधिकारी के अतिरिक्त दो बेटियां पूनम और आभा पपरोला में आयुर्वेदाचयार्य कर रही है । इसी गांव की बेटी रंजना शर्मा कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है ।


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