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आत्‍यधिक बारिश ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी, यहां पीली पड़ गई गेहूं की फसल Kangra News

Rain Effect उपमंडल पालमपुर की पंचायत थला व द्रोगणु का उवारना हार न्यूगल खड्ड के नजदीक है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 18 Mar 2020 09:52 AM (IST)Updated: Wed, 18 Mar 2020 09:52 AM (IST)
आत्‍यधिक बारिश ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी, यहां पीली पड़ गई गेहूं की फसल Kangra News
आत्‍यधिक बारिश ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी, यहां पीली पड़ गई गेहूं की फसल Kangra News

पालमपुर, जेएनएन। उपमंडल पालमपुर की पंचायत थला व द्रोगणु का उवारना हार न्यूगल खड्ड के नजदीक है। इस हार में करीब आठ सौ कनाल भूमि पर गेहूं व धान ग्रामीण उगाते हैं। गद्दी बाहुल्य पंचायतों के किसानों की यहां पर भूमि है जहां पर रोजाना खेती के लिए वह तीन से पांच किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर पहुंचते हैं। मगर बीते सप्ताह मौसम ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। अधिक बारिश होने के कारण गेहूं की फसल पीली पड़ गई है। अब किसानों को फसल के बर्बाद होने का डर सता रहा है।

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मंगलवार को कथैना निवासी रेश्मा देवी, कुशमा देवी, राख गांव के जयशंकर व रंगीलू राम फसल देखने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण एक तो घरों से बाहर निकलना मुश्किल था लेकिन अब खेतों में आकर मन दुखी हो रहा है। गेहूं के पीली पडऩे के कारण बेहतर पैदावार की उम्मीद टूट गई है। हिरदू राम, मनीराम, जगदीश का कहना था कि मौसम इतना खराब रहा कि वह खेतों को देखने के लिए ही नहीं पहुंच सके।

राजस्व गांव कथैना और रजनाली को उवारना के नाम से भी पुकारा जाता है। कंडी क्षेत्र की थला व द्रोगणु पंचायत की यहां पर सिंचित भूमि है। थला की अंजू ने कहा कि उवारना हार में किसानों को व्यापक नुकसान हुआ है। कृषि विभाग को नुकसान का आकलन कर लोगों की मदद करनी चाहिए।

क्या कहते हैं किसान व अधिकारी

  • तीन कनाल भूमि में गेहूं की बिजाई की है। मगर बीते सप्ताह हुई बारिश के कारण खेतों में पानी खड़ा हो गया है और गेहूं पीली पड़ गई है।-रेश्मा देवी, कथैना।
  • गेहूं के पीली पडऩे के कारण अब बर्बाद होने की चिंता सताने लग पड़ी है। क्योंकि उन्होंने फसल का बीमा भी नहीं करवाया है। इसका कारण उन्हें जानकारी का अभाव बताया। कृषि विभाग नुकसान का आकलन कर मदद करे। -कुसुमा देवी।
  • आलू व फ्रांसबीन की बिजाई की है। ओलावृष्टि ने आलू की फसल को नुकसान पहुंचाया है। बीते सप्ताह हुई बारिश ने उनके अरमान पर पानी फेर दिया है। -रंगीलू राम व जयशंकर।
  • खेतों में खड़े पानी की निकासी करते हुए फसल का बराबर निरीक्षण करते रहें। चार-पांच दिन मौसम साफ रहने पर फसल में सुधार आ जाएगा। नुकसान का आकलन करने के लिए टीम भेजी जाएगी। -डॉ. कुलदीप धीमान, जिला कृषि अधिकारी।

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