समलोट में आग की चपेट में आने से बाल-बाल बचा PWD का रेस्ट हाउस
Fire Incident in Samlot मंडी जिला के जोगेंद्रनगर क्षेत्र के जंगल तीन दिन से आग से दहक रहे हैं। नगर परिषद क्षेत्र के समलोट में भड़की आग से लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह चपेट में आने से बाल बाल बच गया।
जोगेंद्रनगर, राजेश शर्मा। Fire Incident in Samlot, मंडी जिला के जोगेंद्रनगर क्षेत्र के जंगल तीन दिन से आग से दहक रहे हैं। नगर परिषद क्षेत्र के समलोट में भड़की आग से लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह चपेट में आने से बाल बाल बच गया। ग्रामीण क्षेत्र जलपेहड़, ढेलू व मंडी-पठानकोट हाईवे के घट्टा के इर्द गिर्द जंगल में आग लग रही है। सिकदरधार, स्यूरी व बंडेरी के जंगल भी आग से भड़क उठे हैं। इससे लाखों रुपये की वनसंपदा राख हो गई है।
शनिवार देर रात जोगेंद्रनगर शहर के समलोट की झाडिय़ों में आग लग जाने से लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह और आवासीय कालोनी पर खतरा मंडरा गया। विभाग के कर्मचारी कमलेश, चौकीदार दिलीप कुमार व वार्ड चार समलोट की पार्षद शिखा ने दमकल विभाग के सहयोग से आग पर काबू पाया। वहीं जलपेहड़ में जालपा मंदिर में देर रात फिर आग भड़क जाने से रिहायशी मकानों पर खतरा पैदा हो गया। शहर से दो किलोमीटर दूर ढेलू में जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल विभाग के भी पसीने छूट गए। दो फायर टेंडर के साथ करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
दमकल विभाग के प्रभारी शेर सिंह सकलानी ने बताया कि तीन दिन से जोगेंद्रनगर उपमंडल में आग की पांच बड़ी घटनाएं हुई हैं। वनमंडलाधिकारी राकेश कटोच ने बताया कि जंगल की आग से वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संदीप सूद ने बताया कि शहर क्षेत्र में झाडिय़ों में भड़की आग से विश्राम गृह पर खतरा मंडरा गया था। विभाग के कर्मचारियों ने दमकल विभाग के सहयोग सेआग पर काबू पा लिया।