मोदी ने अपनत्व तो राहुल गांधी ने छुआ राष्ट्रवाद
PM Modi and Rahul Gandhi Rally in Himachal पहाड़ पर सियासी दिग्गजों की पहली धमक से सियासी पारा चढ़ गया।
धर्मशाला, नीरज आजाद। पहाड़ पर सियासी दिग्गजों की पहली धमक से सियासी पारा चढ़ गया। हिमाचल की छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तीर छोड़े तो सोमभद्रा (स्वां) नदी के किनारे सटे ऊना जिले के झलेड़ा में राहुल गांधी ने मोदी समेत भाजपा पर वार किए। दिलचस्प यह रहा कि दोनों सीटों पर प्रत्याशी राम ही हैं। मंडी से रामस्वरूप भाजपा प्रत्याशी हैं जबकि हमीरपुर से राम लाल ठाकुर कांग्र्रेस के। प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल में भावनात्मक रूप से लोगों को भाजपा के पक्ष में करने का प्रयास किया वहीं राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा पर हमलावर रहे। मोदी इस बार भी हिमाचल को दूसरा घर बताना नहीं भूले। मंडी की सेपू बड़ी को भी उन्होंने याद किया।
प्रचारक के रूप में यहां किए कार्य के दौरान यादों को भी ताजा किया। एक तिरपाल से ढके चाय स्टाल में रुकने का जिक्र भी किया। वहीं सोलंग वैली में पैराग्लाइडिंग को भी याद किया। ऊना में राहुल ने छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह को राजनीतिक गुरु बताया तो मोदी पर भी लालकृष्ण आडवाणी की अनदेखी करने पर तंज कस दिया। राहुल ने ऊना में जनसभा में कहा मोदी ने तो राजनीतिक गुरु को ही ठिकाने लगा दिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय मुद्दों पर मोदी व भाजपा पर निशाना साधा। राहुल बोले, जनता की आवाज और सच्चाई ने मोदी को पकड़ लिया।
आप मुझ पर और मेरे परिवार पर नफरत फेंको मैं आपको प्यार दूंगा। हिमाचल की जनता आपको प्यार से हराने वाली है। कांग्र्रेस के साथ कबड्डी खेलने मोदी अकेले निकल पड़े हैं। कांग्र्रेस की मजबूत टीम ने उन्हें पकड़ लिया है, अब वह आउट ही होंगे। मंडी में मोदी ने यहां तक कहा कि 2014 में भाजपा को चार कमल दिए, 2017 में राज्य में भाजपा की सरकार बनाई और अब हैट्रिक बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे पर्यटन का बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता है। अटल जी ने रोहतांग सुरंग का सपना देखा था और चुनाव के बाद इसका उद्घाटन करने के लिए मैं ही आऊंगा।
हिमाचल को वीरभूमि बता मोदी ने यहां के सैनिक परिवारों के साथ अपनत्व भी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि यहां की माताएं फौजी बेटों की चिंता में सो नहीं पाती थी लेकिन हमने सैनिकों के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट उपलब्ध कर उन्हें सुरक्षा दी। यहां की माताएं वीर संतानों को जन्म देती हैं लेकिन कांग्र्रेस ने हमेशा सैनिकों के साथ अन्याय ही किया है। हद तो यह है कि कर्नाटक के कांग्र्रेस समर्थित मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि सेना में वे लोग जाते हैं, जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं होता।
यह प्रदेश के सैनिकों का अपमान है। हिमाचल के लोगों का मुझ पर पूरा अधिकार है और मैं उनसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। खास बात यह रही कि मोदी ने पूरा समय यही जताने की कोशिश की कि वह हिमाचल के हर दुख दर्द को समझते हैं। पूरा समय उन्होंने हिमाचली टोपी पहने रखी। भीषण गर्मी के बीच मंडी व ऊना दोनों ही पार्टियों ने भीड़ एकत्र करने में कोई कमी नहीं रखी थी। दोनों स्थानों पर पंडाल पूरी तरह भरे थे। प्रदेश स्तर के सभी नेता जनसभा में उपस्थित रहे। स्थानीय नेताओं ने एक-दूसरे पर ही आरोप जड़े।
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