पौंग विस्थापितों को राजस्थान के लिए नहीं मिल रही बस सुविधा
संवाद सूत्र डाडासीबा जिला कांगड़ा के पौंग विस्थापितों को राजस्थान में मुरबों तक पहुंचने के
संवाद सूत्र, डाडासीबा : जिला कांगड़ा के पौंग विस्थापितों को राजस्थान में मुरबों तक पहुंचने के लिए बस सुविधा नहीं मिल रही है। पौंग विस्थापित वीरेंद्र कुमार, सुरम सिंह, बाल कृष्ण, विवेक कुमार, रमेश कुमार, अशोक चौधरी, बाबूराम, अवतार सिंह व राजकुमार ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश सरकार ने लंबे रूटों पर चलने वाली बसों को बंद कर दिया था। इसमें पठानकोट डिपो से पठानकोट से घड़साना गंगानगर बस सेवा तथा धर्मशाला डिपो की धर्मशाला से अनूपगढ़ बस सेवा को भी बंद कर दिया था। अब प्रदेश सरकार ने इंटर स्टेट बस सेवा शुरू कर दी है, लेकिन लंबे रूटों की दोनों बसों को शुरू नहीं किया गया। बसों के शुरू न होने से विस्थापितों को जमीनों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। करीब आठ माह से विस्थापित जमीनों की देखरेख नहीं कर सके हैं तथा जिनको नए मुरब्बे अलॉट हुए हैं, उनको भी वहां तक जाना मुश्किल हो गया है। अगर निजी वाहन किराया करके जाते हैं तो काफी महंगा पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इंदौरा, फतेहपुर, जवाली, नूरपुर, देहरा, जसवां परागपुर, नगरोटा सहित साथ लगते क्षेत्रों में अधिकतर विस्थापित बसे हुए हैं, जिनको राजस्थान में जमीनों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा कि पौंग बांध विस्थापितों के हित को देखते हुए पठानकोट डिपो की पठानकोट घड़साना बस सेवा तथा धर्मशाला डिपो की धर्मशाला अनूपगढ़ बस सेवा को अति शीघ्र शुरू किया जाए, ताकि विस्थापित आसानी से अपने मरवों में आ जा सकें।