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पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने पर सियासत, कांग्रेस बता रही उपचुनाव झटके का असर तो भाजपा बता रही दीवाली तोहफा

केंद्र व प्रदेश सरकार की तरफ से पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी व मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस इसे सरकार पर मंडी संसदीय उपचुनाव में लगे झटके का असर बता रही है।

By Virender KumarEdited By: Published: Sat, 06 Nov 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 06 Nov 2021 07:40 AM (IST)
पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने पर सियासत, कांग्रेस बता रही उपचुनाव झटके का असर तो भाजपा बता रही दीवाली तोहफा
पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने पर सियासत गरमा गई है। जागरण आर्काइव

मंडी, हंसराज सैनी। केंद्र व प्रदेश सरकार की तरफ से पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी व मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस इसे सरकार पर मंडी संसदीय उपचुनाव में लगे झटके का असर बता रही है। पेट्रोल के दाम 12 व डीजल के 17 रुपये कम होने की कांग्रेस नेताओं में श्रेय लेने की होड़ लगी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है अभी प्रतिभा सिंह दिल्ली भी नहीं पहुंची। उससे पहले ही पेट्रोल व डीजल के दाम कम हो गए। दिल्ली पहुंचने के बाद बहुत कुछ कम होगा। कांग्रेस ने उपचुनाव में पेट्रोल-डीजल व सरसों तेल के दाम को मुख्य मुद्दा बनाया था। इसे मुद्दे को जनता में भुना कांग्रेस पार्टी मंडी संसदीय क्षेत्र व तीन विधानसभा क्षेत्रों का चुनाव जीतने में सफल रही थी।

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शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह का कहना कि कुछ साथी चुनाव में कहते थे कांग्रेस के एक सांसद को जिताकर क्या होगा। मंडी से प्रतिभा ङ्क्षसह के जीतते ही मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल की एक्साइज ड्यूटी कम कर दी। शुरुआत छोटी है मगर दमदार है। प्रतिभा ङ्क्षसह ने पेट्रोल डीजल के दाम कम होने का श्रेय मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता को दिया है। बकौल कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, हिमाचल में बुरी हार के एक दिन बाद मोदी सरकार ने पेट्रोल व डीजल के दाम गिराए। महंगाई कम करने का बस एक ही इलाज है भाजपा को चुनाव में हराते चलो।

उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप व महामंत्री राकेश जम्वाल ने इसे जनता को केंद्र व प्रदेश सरकार की तरफ से दिवाली का तोहफा बताया। पेट्रोल डीजल के दाम कम होने को जनता अपने वोट की ताकत बता रही है।

लव रावत का कहना है काश यह फैसला एक माह पहले लिया होता तो शायद भाजपा को उपचुनाव में हार का मुंह नहीं देखना पड़ता। ठाकुर अक्की पहले जो बोलते थे कि पेट्रोल-डीजल के दाम सरकार के हाथ में नहीं होते अब कैसे आ गए। छवि राम गौतम कहते हैं कि यह जनता की ताकत का असर है।

कांग्रेस शासित राज्य भी दाम कम करने का साहस दिखाएं

पेट्रोल-डीजल के दाम पर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही सियासत पर भाजपा नेता भी आक्रामक हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य भी दाम करने का साहस दिखाएं। सुनील कश्यप ने इंटरनेट मीडिया पर विक्रमादित्य सिंह को जवाब देते हुए लिखा जनाब, मोदी ने दिवाली पर आम जनता को राहत दी है। रही बात चुनाव की, देशभर में उपचुनाव हुए और एनडीए को कांग्रेस से अधिक सीटें मिली हैं। अगर हिम्मत है तो कांग्रेस शासित राज्यों में भी दाम करके दिखाएं।


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