चीनी सैनिकों के साथ रोका गतिरोध, पाया पुलिस वीरता पदक
चीनी सैनिकों के साथ गतिरोध रोकने के लिए साहस और सूझबूझ का परिचय देने पर कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल के राजेश कुमार लूथरा को पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा। राजेश कुमार लूथरा भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। व
टांडा, जागरण संवाददाता। चीनी सैनिकों के साथ गतिरोध रोकने के लिए साहस और सूझबूझ का परिचय देने पर कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल के राजेश कुमार लूथरा को पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा। राजेश कुमार लूथरा भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। वह लेह में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात हैं। राजेश कुमार लूथरा नूरपुर के जाच्छ गांव के रहने वाले हैं। पिता कीमती लाल लूथरा व माता सुखचैन लूथरा का कहना है कि बेटा देशसेवा में है और उसे मातृभूमि की रक्षा के लिए सम्मानित किया जाए, माता-पिता के लिए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।
राजेश की प्रारंभिक शिक्षा नूरपुर में ही हुई है। उनकी उपलब्धि से प्रदेशवासियों का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। पत्नी मीनू लूथरा ने बताया कि उन्हें घटना की पूरी जानकारी तो नहीं है। सिर्फ इतना पता है कि 2019 में भारत और चीन के बीच गतिरोध बहुत बढ़ गया था। राजेश लद्दाख में एलएसी पर तैनात थे। जुलाई 2019 को चीनी सैनिक एलएसी की तरफ बढ़ रहे थे। उस दौरान पनपे गतिरोध को रोकने में राजेश ने अहम भूमिका निभाई थी। न सिर्फ चीनी सैनिकों को आगे बढ़ने से रोका। उन्हें लौटने पर मजबूर किया।
भारतीय जवानों की भी रक्षा की। उस गतिरोध को साहस और सूझबूझ से समाप्त करने के लिए राजेश को पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है। मीनू लूथरा ने बताया कि राजेश को 24 अक्टूबर को आइटीबीपी के स्थापना दिवस पर पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने पति को पदक मिलने पर खुशी जताई है।