आत्महत्या के बढ़ते केसों पर अब रोजाना होगी निगरानी, डीजीपी ने जताई चिंता; कई विभागों को किया अलर्ट
Police Surveillance हिमाचल प्रदेश में आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर अब रोजाना निगरानी रखी जाएगी।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर अब रोजाना निगरानी रखी जाएगी। शिमला में बुधवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय कुंडू व एडीजीपी सीआइडी अशोक तिवारी ने इस पर गहरी चिंता जताई। राज्य पुलिस प्रमुख ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, बाल एवं महिला विकास विभाग, श्रम विभाग को अलर्ट कर दिया है। पुलिस भी अब रोजाना निगरानी रखेगी। सीआइडी ने ऐसे मामलों का गहन अध्ययन किया है। इसमें पाया है कि विवाहित महिलाएं, मजदूर व छात्र ज्यादा आत्महत्या कर रहे हैं।
हालांकि इसके कारणों का पता लगाने के लिए उन्होंने संबंधित विभागों, मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल से दखल देने का आग्रह किया है। इसे राज्य सरकार के साथ भी प्रमुखता से उठाया गया है। राज्य पुलिस एडवायजरी भी जारी करेगी। इस वर्ष 466 आत्महत्याएं हो चुकी हैं। राज्य पुलिस से कागजों में कानून व्यवस्था को अन्वेषण कार्य से अलग कर दिया है। लेकिन अभी इसकी अधिसूचना जारी होने में वक्त लगेगा।
75 चौकियों में दर्ज हो रही एफआइआर
प्रदेश की 75 पुलिस चौकियों में भी अब एफआइआर दर्ज हो रही है। पहले केवल थानों में भी विभिन्न अपराधों की रिपोर्ट दर्ज होती थी। जिलों में महिला थानों को और अधिक सु²ढ़ किया जाएगा। एंटी ह्यूमेन ट्रैफिङ्क्षकग ङ्क्षवग को और मजबूत बनाया जाएगा।
35 पंचायतों में ज्यादा होती है चाइल्ड मैरिज
सिरमौर की 35 पंचायतों में चाइल्ड मैरिज ज्यादा होती है। डीजीपी को सिरमौर पुलिस ने इस बारे में अवगत करवाया है। यह हालात चिंताजनक बताई जा रही है। पुलिस प्रमुख ने इस मसले को महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ उठाया है।