पुलिस ने संसारपुर टैरेस स्थित शराब फैक्ट्री में जांचा रिकार्ड
जिला ऊना पुलिस ने अवैध रूप से पकड़़ी गई शराब मामले में डीएसपी कुलविंद्र के नेतृत्व में कांगड़ा जिला के संसारपुर टैरेस स्थित एक शराब फैक्ट्री में दस्तावेज जांचे हैं। पुलिस ने शराब फैक्ट्री में पकड़ी गई शराब की बोतलों के बैच नंबर और डिस्पेच नंबर की जांच की है।
गगरेट, संवाद सहयोगी। जिला ऊना पुलिस ने अवैध रूप से पकड़़ी गई शराब मामले में डीएसपी कुलविंद्र के नेतृत्व में कांगड़ा जिला के संसारपुर टैरेस स्थित एक शराब फैक्ट्री में दस्तावेज जांचे हैं। नौ नवंबर को हरोली के पंडोगा के पास बालकरूपी मंदिर के समीप दो पिकअप को पुलिस ने अवैध रूप से शराब ले जाते पकड़ा था जिसमें चालक सहित पांच अन्य लोगों को इस मामले में नामजद किया था।
पुलिस ने इस मामले में शराब फैक्ट्री में पकड़ी गई शराब की बोतलों के बैच नंबर और डिस्पेच नंबर की जांच की है। पुलिस ने इस मामले में हरप्रीत ङ्क्षसह ढिल्लू निवासी ऊना, जसवीर ङ्क्षसह निवासी कांगड़ा, जगदीश ङ्क्षसह निवासी रोपड़ पंजाब, शोटु राम व मनीष शर्मा निवासी ऊना को आरोपित बनाया है। जांच में पुलिस ने पाया कि यह शराब सोलन के लिए फैक्ट्री से रवाना की गई थी, जिसमें पूरे दस्तावेज के साथ लगाए गए, लेकिन आरोपित ने शराब को ऊना में उतरवा दिया।
सूत्रों की मानें तो शराब माफिया इसी तरह एक स्थान के बिल बनाकर उसे ले जाते हैं ताकि रास्ते में कोई दस्तावेज देखे तो उसे दिखा दिए जाए या फिर एक ही परमिट पर अलग-अलग जगह शराब भी लाई जाती है। इस मामले में एक शराब कारोबारी शामिल है जोकि फैक्ट्री से ऐसे ही बिल के साथ शराब की पेटी मंगवाता था और क्षेत्र में सस्ते दाम पर बेचता था। अनुमान के अनुसार देसी शराब की पेटी 2260 रुपये में एक्साइज टैक्स देकर ठेकेदारों को मिलती है जबकि यही पेटी बिना टैक्स मात्र 1000 रुपये में उपलब्ध हो जाती है। ऐसे में बिना टैक्स दिए यह शराब 1400 से 1600 रुपये तक पेटी लोगों तक पहुंचती है। इस तरह से शराब माफिया चांदी कूटता है जबकि सरकार को इससे राजस्व का सीधा नुकसान पहुंचता है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने के लिए लगातार दबिश दे रही है और इसी कार्रवाई में एक शराब ठेका भी पूर्णरूप से सील रखा गया है। जब तक यह कार्रवाई चल रही है तब तक इस ठेके को बंद रखा जाएगा क्योंकि शराब के ठेके की आड़ में ही शराब की तस्करी की जा रही थी।
एसपी ऊना अर्जित सेन ने बताया कि पुलिस इस मामले में लगातार दबिश दे रही है और टैरेस स्थित शराब फैक्टरी में भी कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं।