अध्यापकों से देश समझेगा क्या है नई शिक्षा नीति, प्रचार और प्रसार के लिए केंद्र सरकार ने बनाई योजना
New Education Policy देश में नई शिक्षा नीति के प्रचार-प्रसार और संचार सामग्री जुटाने के मकसद से केंद्रीय शिक्षा विभाग अध्यापकों के लिए प्रतियोगिता करवाएगा।
सोलन, जेएनएन। देश में नई शिक्षा नीति के प्रचार-प्रसार और संचार सामग्री जुटाने के मकसद से केंद्रीय शिक्षा विभाग अध्यापकों के लिए प्रतियोगिता करवाएगा। पहली से जमा दो कक्षा तक के सभी अध्यापकों को इसमें हिस्सा लेना होगा ताकि सभी अध्यापक नई शिक्षा नीति को समझ सकें और इसे लोगों को समझाने में भी मदद मिले। हिमाचल प्रदेश से करीब 80 हजार से अधिक अध्यापक प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाले अध्यापकों को राष्ट्रस्तर पर नाम कमाने का मौका मिलेगा। उनकी प्रविष्टियों को नेशनल पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा। प्रतियोगिता पांच सितंबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी।
अध्यापकों को नीति के संचार के लिए सिर्फ ऑनलाइन दो मिनट का वीडियो तैयार करना होगा या फिर एक पोस्टर या पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन फाइल तैयार करनी होगी। उसे बीआरसी के माध्यम से या फिर खुद लिंक पर अपलोड करना होगा। एससीईआरटी में इस मुहिम के नोडल अधिकारी शिव कुमार ने बताया कि स्कूलों के प्रधानाचार्य अध्यापकों को इसके लिए प्रेरित करेंगे। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की सचिव अनिता करवाल के मुताबिक सभी राज्यों को निर्धारित समय में प्रविष्टियां दर्ज करवानी होंगी।
10 विषय रहेंगे आधार
नई शिक्षा नीति पर आधारित 10 विषय भी सरकार की तरफ से लिंक से अध्यापकों को बताए जा रहे हैं, जिनके आधार पर उन्हें वीडियो तैयार करना होगा। अध्यापकों को यह सामग्री विद्यालय के माध्यम से 25 सितंबर तक खंड स्तर पर भेजनी होगी, जहां एक समिति सर्वश्रेष्ठ पांच प्रविष्टियों का चयन करके 30 सितंबर तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के लिंक पर अपलोड करेगी। राज्यस्तर पर मूल्यांकन के बाद उन्हें एससीईआरटी व शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा। चयनित दस प्रविष्टियों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए भेजा जाएगा।