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बिग बास-14 में रूबीना की जीत के बाद शठां गांव में जश्‍न, रातभर नाटियों पर थिरकते रहे स्थानीय लोग

बिग बास 14 के ताज का फैसला होते ही चौपाल की देवठी पंचायत के शठां गांव के लोग जश्न में डूब गए। रात एक बजे तक लोग जश्‍न मनाते रहे। नरवीर दिलैक ने बताया कि शाम से ही लोगों ने जश्‍न मनाना शुरू कर दिया था।

By Richa RanaEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 04:26 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 04:26 PM (IST)
बिग बास-14 में रूबीना की जीत के बाद शठां गांव में जश्‍न, रातभर नाटियों पर थिरकते रहे स्थानीय लोग
रात एक बजे तक स्थानीय लोग रूबीना के परिवार के साथ जश्‍न मनाते रहे।

शिमला, राज्‍य ब्‍यूरो। बिग बास 14 के ताज का फैसला होते ही चौपाल की देवठी पंचायत के शठां गांव के लोग जश्‍न में डूब गए। रात एक बजे तक स्थानीय लोग रूबीना के परिवार के साथ जश्‍न मनाते रहे। रूबीना के चाचा नरवीर दिलैक ने बताया कि शाम से ही लोगों ने जश्‍न मनाना शुरू कर दिया था।

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रात के समय लोगों ने बिग बास देखा, इस दौरान भी लोग लगातार रूबीना के लिए वोङ्क्षटग रने और अपने नजदीकियों से संपर्क बनाते रहे। अधिक से अधिक वोट रूबीना के पक्ष में हो, इसके लिए उनके गांव के लोग प्रयास करते रहे। रूबीना के जीतने की घोषणा के साथ ही पूरा गांव जश्‍न में डूब गया। पहाडिय़ों नाटियों से लेकर आतिशबाजी तक की गई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी रुबीना के चाचा  नरवीर दिलैक से बात की। रूबीना के चाचा ने बताया कि सीएम आफिस से फोन पर उनके भाई का नंबर लिया। उसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनसे बात की। रूबीना के पिता व परिवार के अन्य सदस्य उनके साथ मुंबई में ही है।

पिता 10.53 करते रहे वोटिंग की अपील, 2.25 पर जताया आभार

रूबीना बिग में अपनी जंग लड़ रही थी, वहीं उनके पिता गोपाल दिलैक लगातार ही अपनी बेटी के पक्ष में वोटिंग के लिए मेहनत कर रहे थे। लगातार की रविवार को सुबह 11 बजे से लेकर वे खुद वह्टसअप के माध्यम से रूबीना के पक्ष में काम करने की बात कह रहे थे। परिणाम घोषित होने के बाद सोमवार की सुबह 2.25 मिनट पर उन्होंने वाट्सएप के माध्यम से सभी का उनकी बेटी के पक्ष में वोटिंग करने के लिए आभार भी व्यक्त किया।

2006 में मिस शिमला से शुरू किया था सफर

शिमला के डीएवी स्कूल में पढ़ी रूबीना दिलैक ने अपना सफर 2006 में मिस शिमला का ताज जीत कर शुरू किया था। इस दौरान उन्होंने शिमला में समर फेस्टिवल में मिल शिमला में हिस्सा लिया, इसमें उन्हें मिल शिमला का जात अपने नाम किया। 2008 में पहली बार इन्हें टीवी शो में स्थान मिला था।

रूबीना के पिता गोपाल दिलैक ने उनकी बेटी का समर्थन करने के लिए हिमाचल के लोगों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों से जो प्‍यार मिला है, उसके दम पर ही रूबीना ये मुकाम हासिल कर पाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से संदेश मिला है, लेकिन अभी बात नहीं हो सकी है। देर शाम तक बात होने की उम्मीद है।


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