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भदरोआ में खनन माफिया सरेआम अवैध खनन को दे रहा अंजाम, प्रशासन खामोश

भले ही सरकार की नई खनन नीति के कारण क्रशर उद्योगों के संचालक अनिश्चित काल हड़ताल पर अपने क्रशर बंद कर बैठे हैं कारण सरकार ने पोकलेन तथा जेसीबी मशीनों द्वारा खनन प्रक्रिया में पूर्णत प्रतिबंध लगाया है। अवैध खनन से किसानों की भूमि बंजर हो रही है।

By Richa RanaEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 04:53 PM (IST)
भदरोआ में खनन माफिया सरेआम अवैध खनन को दे रहा अंजाम, प्रशासन खामोश
खनन माफिया खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

मुकेश सरमाल भदरोआ। भले ही सरकार की नई खनन नीति के कारण क्रशर उद्योगों के संचालक अनिश्चित काल हड़ताल पर अपने क्रशर बंद कर बैठे हैं। कारण सरकार ने पोकलेन तथा जेसीबी मशीनों द्वारा खनन प्रक्रिया में पूर्णत प्रतिबंध लगाया है लेकिन उसके बावजूद कई खनन माफिया सरकार की इस नीति को ठेंगा दिखाते हुए खनन करने में बाज नहीं आ रहे हैं। सरेआम चक्की दरिया का सीना छलनी करने में लगे हुए हैं साथ ही ये खनन माफिया किसानों के लिए भी मुसीबत का कारण बन रहे हैं कारण अवैध खनन से किसानों की भूमि बंजर हो रही है और प्राकृतिक जल स्त्रोत सूख रहे हैं।

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विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के तहत लगभग 15 गांवों में गिरते जलस्तर की समस्या से लेकर लोग खासे चिंतित हैं। इसके पीछे मुख्य कारण लंबे समय से हो रहा अवैध खनन है। इस समस्या से दुखी किसानों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जाहिर किया। उनकी मांग है कि गंभीर होती जा रही इस समस्या से उन्हें शीघ्र निजात दिलाई जाए। आरोप लगाया कि खानापूर्ति के नाम पर जिला प्रशासन अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई कर रहता है, लेकिन कुछ दिन बाद वहीं स्थिति हो जाती है।

दस वर्ष पहले चक्की दरिया से सटे इलाकों में जमीन में 25 फीट पर पानी उपलब्ध हो जाता था, लेकिन अब स्थिति यह है कि डेढ़ सौ फीट पर भी पानी नहीं आ रहा है। लोगों को डर सता रहा है कि यदि ऐसा ही रहा तो अगले दस साल बाद उन्हें पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा। चक्की दरिया से सटे गांव माजरा, डमटाल, छन्नी बेली, ढांगूपीर, भदरोया, मोहटली, डाहकुलाड़ा के लोग गिरते जलस्तर से प्रभावित हैं।

इन क्षेत्रों अंतर्गत आते के प्राकृतिक जल स्त्रोत जैसे कुएं, ट्यूबल,हैंड पंप पानी सूख चुका है जो बेकार पड़े प्रशासन को आने वाली तबाही की दास्तां सुना रहे हैं। अवैध खनन के कारण चक्की दरिया ने भी अपना रुख बदल दिया है और वे पंजाब के कई गांव की तरफअपना रुख बना पंजाब की भूमि को बहाने के मूड में है पिछले वर्ष भदरोआ स्थित गोल्डन पीस ऑफ टेंपल का मुख्य रास्ता भी अवैध खनन के कारण ही चक्की दरिया की भेंट चढ़ा था।

 दिन रात प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर भदरोआ क्षेत्र में अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है और सरकार को चूना लगाते हुए खनन माफिया कच्चे मटेरियल को क्रेशर उद्योगो में बेचकर मोटी कमाई कर अपनी जेबे गर्म करने में लगे हुए हैं और सरकार की संपत्ति को चूना लगा रहे हैं जब की चक्की दरिया में अवैध खनन पर पूर्णता प्रतिबंधित है वहीं प्रशासन भी मूकदर्शक बना बैठा है जो कि आज तक अवैध खनन कार्यों पर कोई बड़ी कार्रवाई करता नहीं देखा गया है।

अवैध खनन के विषय में जब खनन विभाग अधिकारी नूरपुर राजीव कालिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला आपके माध्यम से संज्ञान में लाया गया है अवैध खनन करने वाले बाज आ जाएं जल्द अवैध खनन करने वालों पर प्रशासन द्वारा कड़ा प्रहार कर बड़ी कार्रवाई की जाएगी

वहीं उप प्रधान ग्राम पंचायत गगवाल अशोक कपूर ने कहां की अवैध खनन करने से प्राकृतिक जलसर तत्वों को नुकसान हो रहा है सरकार को अवैध खनन करने वालों पर बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और प्राकृतिक खनिज संपदा को बचाना चाहिए


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