Move to Jagran APP

व्यापार करोड़ों का, पार्किंग की सुविधा नहीं

नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के पपरोला में पार्किंग के अभाव में सड़क पर जाम की हालत बार-बार पैदा हो रही है।

By Edited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 11:44 AM (IST)
व्यापार करोड़ों का, पार्किंग की सुविधा नहीं
व्यापार करोड़ों का, पार्किंग की सुविधा नहीं

मुनीश सूद, पपरोला। पपरोला में पार्किंग के अभाव में जाम आम हो गया है। इस कारण वाहन चालकों के साथ राहगीर व दुकानदार भी परेशान हैं। पार्किंग न होने के कारण लोग सड़क किनारे वाहनों को खड़ा कर बाजार में खरीदारी के लिए चले जाते हैं।

loksabha election banner

वाहनों के सड़क किनारे खड़े होने से जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। उपमंडल का पपरोला बाजार मुख्य व्यापारिक कस्बा है। यहां पर करोड़ों का व्यापार होता है तथा करीब 400 दुकानें हैं और आबादी दस हजार से अधिक है। राष्ट्रीय राजमार्ग भी शहर के बीच से गुजरता है।

पांच साल पहले जब यहां पंचायत थी, तब मझैरना मार्ग पर पंचायत ने पहाड़ी की खोदाई कर पार्किंग का कार्य शुरू किया था। लेकिन लाखों रुपये खर्च करने पर भी पार्किंग कार्य अधूरा पड़ा है। बरसात में यहां पहाड़ी से पत्थर गिरते हैं और कीचड़ रहता है। नगर पंचायत को बने तीन साल हो गए हैं।

व्यापारिक केंद्र व हजारों आबादी वाले क्षेत्र पपरोला में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। मजबूरी में लोगों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं।

-रजनीश अवस्थी, व्यापारी, पपरोला।

पार्किंग न होने के कारण सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ते हैं। मझैरना रोड पर पंचायत के समय पार्किंग बनी है। लेकिन अधूरी है।

-कुलदीप चौधरी, पपरोला।

पपरोला की आबादी व व्यापार तो समय के साथ बढ़ते गए। लेकिन जो सुविधाएं सरकार को देनी चाहिए थीं, वह नहीं मिली हैं। पार्किंग का निर्माण होना चाहिए।

-उमेश चौधरी।

पपरोला का व्यापार तो बढ़ा, लेकिन मूलभूत सुविधाएं नहीं। कई सरकारें आई और गई पर पार्किंग नहीं बनी। सड़क किनारे वाहन खड़े करने पर पुलिस चालान काट देती है।

-आशीष सूद, व्यापारी।

पपरोला में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। ग्राहकों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सरकार व प्रशासन को पार्किंग के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए।

-प्रीतपाल सिंह, व्यवसायी।

पार्किंग न होने के कारण पपरोला व बैजनाथ में यातायात जाम की समस्या हो रही है। जाम लगने के कारण राहगीर को सड़क पार करना मुश्किल हो जाता है।

-शेर सिंह कौड़ा, सेवानिवृत्त अधिकारी।

मझैरना मार्ग की पार्किंग में पहाड़ी से पत्थर गिरते रहते हैं। इससे वाहनों को खड़ा करने पर नुकसान का डर रहता है। सरकार व प्रशासन को जल्दी समस्या पर ध्यान देना चाहिए।

-मिलाप चंद, पपरोला।

अभी अधूरी पार्किंग के लिए कोई बजट नहीं है। लेकिन खीर गंगा घाट की प्रस्तावित पार्किंग के लिए दो करोड़ रुपये बजट है। इस पार्किंग का कार्य बीएसएनएल को सौंपा गया है। इसका शिलान्यास शीघ्र होगा।

-हितेश शर्मा, जेई, नगर पंचायत।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.