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कोरोना की मार, पंचभीष्म में मां जयंती के द्वार कम पहुंचे श्रद्धालु

कांगड़ा पहाड़ी पर स्थित मां जयंती के द्वार में हर साल पंचभीष्म मेलों में भीड़ उमड़ती है लेकिन कोरोना काल में इस बार यह संख्या काफी कम है। कोविड-19 नियमों के तहत ही श्रद्धालु दर्शन कर पा रहे हैं। माता के में पंच भीष्म मेले 30 नवंबर तक चलेंगे।

By Richa RanaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 11:22 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 11:22 AM (IST)
कोरोना की मार, पंचभीष्म में मां जयंती के द्वार कम पहुंचे श्रद्धालु
भक्तों को मास्क पहन कर ही मंदिर आना होगा।

कांगड़ा, बिमल बस्सी। कांगड़ा पहाड़ी पर स्थित मां जयंती के द्वार में हर साल पंचभीष्म मेलों में भीड़ उमड़ती है, लेकिन कोरोना काल में इस बार यह संख्या काफी कम है। कोविड-19 नियमों के तहत ही श्रद्धालु दर्शन कर पा रहे हैं। माता के में पंच भीष्म मेले 30 नवंबर तक चलेंगे। लेकिन कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन ने मन्दिर में प्रतिदिन 200 श्रद्धालुओं को ही माथा टेकने की मंजूरी दी है। वीरवार को 200 से अधिक भक्तों ने मंदिर में हाजिरी लगाई। पंच भीष्म मेलों के दौरान किसी प्रकार के लंगर आयोजन की मनाही है।

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मंदिर पुजारी करूनेश शर्मा ने बताया कि मंदिर में कोविड-19 नियमों की पालना की जा रही है। पंच भीष्म मेलों के दौरान प्रशासन की तरफ से 25 महिला व पुरूष सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। पंचम भीष्म मेलों का शुभारंभ कार्तिक शुक्ल की एकादशी एवं 25 नवंबर से कार्तिक पूर्णिमा अर्थात 30 नवंबर तक होगा। भक्तों को मास्क पहन कर ही मंदिर आना होगा।


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