पंचायत चुनाव से जुडी बड़ी खबर, मतदाता सूची के नवीनीकरण में उपायुक्तों ने जताई असमर्थता; 22 काे फैसला
Panchayat Election हिमाचल प्रदेश में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव में मतदाता सूची के नवीनीकरण को लेकर उपायुक्तों ने असमर्थता जताई है।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में इस साल होने वाले पंचायत चुनाव में मतदाता सूची के नवीनीकरण को लेकर उपायुक्तों ने असमर्थता जताई है। पंचायत चुनाव को करवाने के लिए सारी प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य है। प्रदेश चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों के पुनर्निरीक्षण के लिए पत्र लिखा था। इसके जवाब में उपायुक्तों ने असमर्थता जताई है कि कोरोना के कारण सभी कर्मचारियों के फिल्ड में व्यस्त होने के कारण मतदाता सूचियों का पुनर्निरीक्षण आदि का कार्य नहीं हो सकता है।
अब राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों की बैठक सोमवार को होगी, जिसमें पंचायतों के चुनावों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तहत जिला परिषद, ब्लॉक समितियों और पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान व वार्ड पंचों के चुनाव होने हैं। इन चुनाव को लेकर राज्य चुनाव आयोग मंथन कर रहा है कि अगस्त-सितंबर तक कोरोना को लेकर प्रदेश में क्या स्थितियां होती हैं। जिला उपायुक्तों के जवाब के आधार पर अभी चुनाव करवाने की स्थिति नहीं बन रही है।
आयोग मान रहा बदलेगी स्थिति
राज्य चुनाव आयोग मान रहा है कि आने वाले समय में स्थितियां बदल सकती हैं। ऐसे में अभी जनवरी तक करीब सात माह का समय है, जबकि चुनाव की पूरी प्रक्रिया के लिए 45 दिन की आवश्यकता होती है। इसमें मतदाता सूची का नवीनीकरण आदि शामिल है।
पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची के पुनर्निरीक्षण के लिए जिला उपायुक्तों को लिखा था। उनका जवाब आया है कि अभी सारा स्टाफ और पंचायत सचिव कोरोना के क्वारंटाइन व अन्य प्रक्रियाओं में व्यस्त हैं। इस कारण अभी यह संभव नहीं है। राज्य चुनाव आयोग की बैठक सोमवार को बुलाई गई है। इसमें पंचायत चुनाव को लेकर चर्चा होगी। -सुरजीत राठौर, सचिव, राज्य चुनाव आयोग।