पालमपुर की इस अकादमी से प्रशिक्षण पाकर 650 युवाओं का हुआ सेना में चयन Kangra News
भर्ती निदेशालय पालमपुर और मंडी द्वारा घोषित किए गए आर्मी क्लर्क के परिणाम में पालमपुर स्थित एम्स अकादमी के 30 प्रशिक्षुओं का चयन हुआ है।
पालमपुर, जागरण संवाददाता। भर्ती निदेशालय पालमपुर और मंडी द्वारा घोषित किए गए आर्मी क्लर्क के परिणाम में पालमपुर स्थित एम्स अकादमी के 30 प्रशिक्षुओं का चयन हुआ है। इस अकादमी से प्रशिक्षण पाकर अब तक 650 से ज्यादा युवा सेना में भर्ती हो चुके हैं। अकादमी के प्रबंधक सुशील ठाकुर ने बताया कि एक साथ 30 प्रशिक्षुओं का चयन होना बड़ी उपलब्धि है। कुछ दिन पहले भी अकादमी के 204 प्रशिक्षु सेना में चयनित हुए थे। चयनित हुए प्रशिक्षु मंडी व कांगड़ा व पालमपुर में नवंबर में हुई भर्ती से संबंधित है।
इन प्रशिक्षुओं में देओल बैजनाथ से सुशांत, एलाड़ भरोल, मंडी से विशाल ठाकुर, ठंडोल पालमपुर से रागेश भट्ट, सिहुंता चंबा से रवि कुमार, जोगेंद्रनगर से शुभम ठाकुर, कटोरा जवाली से साहिल गुलेरिया, जमानाबाद कांगड़ा से मोहित कोटी, बनखंडी देहरा तारागढ़ से साहिल, थुरल से मुगल राना, रिशु भूरिया, सन्हूं से कुनाल धड्वाल, टीहरा बालकरूपी से मोनू बिम्पी, विशाल, बालकरूपी जयसिंहपुर से विशाल सिंह, भतेहर डोल से सुनील, सनूह भाडल से अंकित, ठठोली कोटला नूरपुर से मुकेश शामिल हैं।
इसके अलावा बलोल बडोह से शशी भाटिया, टिकरी जोगेंद्रनगर से सुशील, खेरियां जवाली से विशाल राना, सग्नेहर जोगेंद्रनगर से नवनीत, नलोती खुंडिया से राहुल, नगरोटा सूरियां से शुभम, राजेश कनेड धर्मशाला से अभिषेक, भगेड़ जोगेंद्रनगर से तरुण, खोली बैजनाथ से मंजीत सिंह समेत अब तक इस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर 650 से अधिक युवा सेना में चयनित हो चुके हैं। पालमपुर में यह संस्थान 19 वर्षों से युवाओं को सेना तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहा है।
एसएमसी शिक्षकों ने मांगी स्थायी नीति
उधर, एसएमसी अध्यापकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रधान विकास ठाकुर के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार से बैजनाथ में मिला। प्रतिनिधिमंडल में शामिल शिक्षकों ने मंत्री से मांग की कि एसएमसी अध्यापकों के लिए बजट में कोई स्थायी नीति की घोषणा की जाए। उन्होंने कहा कि एसएमसी अध्यापक पिछले आठ साल से प्रदेश के दुर्गम इलाकों में सेवाएं दे रहे हैं। सभी शिक्षक टेट पास हैं और सभी शैक्षणिक योग्यताओं को पूरा करते हैं। इनकी नियुक्तियां शिक्षा उपनिदेशक की अनुशंसा से उपमंडल अधिकारी नागरिक द्वारा नियुक्त उच्चस्तरीय कमेटी ने की है। कई दुर्गम इलाकों में ये अध्यापक सेवाएं दे रहे हैं।