शातिरों ने सेवानिवृत्त फौजी के खाते से ऑनलाइन उड़ाए एक लाख 37 हजार रुपये, दो दिन में नौ बार निकाले पैसे
Online Fraud साइबर ठगों ने एक फौजी को अपना निशाना बनाया है। गगरेट के साथ लगते गांवव संघनई काला पंगा निवासी प्रकाश चंद ठगी का शिकार हुए हैं।
गगरेट, जेएनएन। लगातार जागरूकता और सरकार की ओर से बार-बार सतर्क करने के बाद भी कुछ लोग शातिर ऑनलाइन ठगों के झांसे में आ रहे हैं। साइबर ठगों ने एक फौजी को अपना निशाना बनाया है। गगरेट के साथ लगते गांवव संघनई काला पंगा निवासी प्रकाश चंद ठगी का शिकार हुए हैं। किसी अज्ञात नंबर से फोन आने पर बुजुर्ग प्रकाश चंद ने शातिर को अपने बैंक खाता नंबर की पूरी जानकारी दे दी। शातिर इतना चालाक निकला कि उसने बुजुर्ग की लोकेशन की सहित अन्य जानकारी भी मंगवा ली। उसके बाद 28 व 29 मई दो दिन में ही खाते से लगभग नौ बार पैसे निकाल लिए।
शातिर ने कुल एक लाख 37 हजार रुपये निकालकर बुजुर्ग को मोटी चपत लगा दी। पैसे निकालने के मैसेज बुजुर्ग के फोन पर आते रहे, लेकिन उन्होंने इनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। रविवार की छुट्टी होने के कारण प्रकाश चंद सोमवार को अपने पुत्र संजीव कुमार को लेकर जब बैंक में पासबुक में एंट्री करवाने आए तो उनके होश फाख्ता हो गए। बुजुर्ग प्रकाश चंद ने बताया 30 वर्ष पहले वह सेना से सेवानिवृत्त हो गए थे।
पहली बार वह ठगी के शिकार हुए हैं। खाते से पैसे निकलने का दर्द उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था। उन्होंने बताया उनकी पत्नी पैरालाइज होने के कारण बिस्तर पर है। अब तो उनकी दवाइयों के भी लाले पड़ गए हैं। हालांकि गगरेट में उन्होंने बैंक मैनेजर को इस बाबत शिकायत दे दी है। सारे पैसे पे-मनी से खाते से निकाले गए हैं।
लोगों को बार-बार जागरूक करने के बाद भी शातिर कुछ लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं। उन्होंने बताया किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता व डिटेल सहित ओटीपी नंबर साझा न करें। अन्यथा शातिर किसी को भी ऑनलाइन ठगी का शिकार बना सकते हैं। -आशीष ढांढा, वरिष्ठ प्रबंधक, एसबीआइ गगरेट।