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Online Education: पंचायत प्रतिनिधि पहुंचाएंगे विद्यार्थियों तक नोट्स, शिक्षकों को स्‍टेशन न छोड़ने का आदेश

Online Education स्मार्ट फोन न होने व मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत अब छात्रों की पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी। छात्रों को घर पर नोट्स पहुंचाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की डयूटी लगेगी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 07:35 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 07:35 PM (IST)
Online Education: पंचायत प्रतिनिधि पहुंचाएंगे विद्यार्थियों तक नोट्स, शिक्षकों को स्‍टेशन न छोड़ने का आदेश

शिमला, अनिल ठाकुर। स्मार्ट फोन न होने व मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत अब छात्रों की पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी। पढ़ाई से वंचित छात्रों को घर पर नोट्स पहुंचाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पंचायत प्रधान, उपप्रधान, वार्ड मेंबर तक स्कूल प्रधानाचार्य नोट्स पहुंचाएंगे। यहां से संबंधित प्रतनिधि छात्र के घर तक इसे पहुंचाने की व्यवस्था करेगा। छात्रों के अभिभावकों को पंचायत घर भी बुलाया जा सकता है, ताकि वे वहां से नोट्स ले सकें। नोट्स पहुंचाने के लिए संबंधित कक्षा के शिक्षक, बीआरसी की भी जिम्मेवारी तय की गई है।

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शिक्षा विभाग राशन के डिपो तक भी नोट्स पहुंचाएगा। छात्रों को फोन कर सूचित किया जाएगा कि नोट्स डिपो से ले लें। 30 जुलाई को सचिव शिक्षा राजीव शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा की गई थी। इसके बाद शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा की ओर से सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। सभी स्कूलों के शिक्षकों को दोबारा निर्देश दिए गए हैं कि वह अपना स्टेशन न छोड़ें। यदि उन्हें किसी कारणवश स्टेशन छोडऩा पड़ रहा है तो इसकी बाकायदा अनुमति लें।

94 फीसद छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से जुड़े

कोरोना महामारी में छात्रों की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग ने हर घर पाठशाला कार्यक्रम शुरू किया है। कक्षा 1 से 8 तक 94 फीसदी विद्यार्थी इससे जुड़ चुके हैं। 9 से 12 तक भी 90 फीसद से ज्यादा छात्र ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाई कर रहे हैं। समग्र शिक्षा अभियान की ओर से गुगल फॉर्म के माध्यम से करवाए गए सर्वे में यह पता चला था। सर्वे के अनुसार 92 फीसद छात्र वर्कशीट हल कर रहे हैं और 61 फीसद टेस्ट दे रहे हैं। 80 फीसद छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से खुश हैं। 88 फीसद अभिभावकों ने हर घर पाठशाला कार्यक्रम भविष्य में जारी रखने की भी पैरवी की है।

बैठक में लिया था निर्णय : निदेशक

निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया था। हर छात्र तक नोट्स पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए कई माध्यम अपनाए जा रहे हैं। कोई भी छात्र पढ़ाई से वंचित नहीं रहना चाहिए।

शिक्षा उपनिदेशक शिमला राजेश्वरी बत्ता ने मंगलवार को सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापकों को सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि यदि कोई भी छात्र पढ़ाई से वंचित न रहे इसके लिए नोट्स घर तक पहुंचाए जाएं।


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