चपरासी की बेटी बनी एक दिन की एसडीएम, निपटाई लोगों की शिकायतें Kangra News
चपरासी तोता राम की बेटी हिना ठाकुर ने दसवीं की परीक्षा में 656 अंक हासिल किए तो उसे प्रोत्साहित करने के लिए एसडीएम ने एक दिन के लिए अपनी कुर्सी दे दी।
कांगड़ा, जागरण संवाददाता। एसडीएम कार्यालय कांगड़ा में शुक्रवार को कामकाज का तरीका कुछ अलग था। एसडीएम की कुर्सी पर जतिन लाल नहीं, बल्कि कार्यालय में कार्यरत चपरासी की बेटी बैठी थी। चपरासी तोता राम की बेटी हिना ठाकुर ने दसवीं की परीक्षा में 656 अंक हासिल किए तो उसे प्रोत्साहित करने के लिए एसडीएम ने एक दिन के लिए अपनी कुर्सी दे दी। हिना पूरा दिन एसडीएम की कुर्सी पर बैठी और प्रशासनिक कामकाज का हिस्सा बनी।
हालांकि दिनभर की बैठकें एसडीएम जतिन ने खुद निपटाई। हिना को प्रशासनिक कार्यप्रणाली के बारे में भी बताया गया। छात्रा ने जीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कांगड़ा से दसवीं की परीक्षा पास की है। शिमला जिले की सुन्नी तहसील के पलग गांव की निवासी हिना के पिता तोता राम 20 साल से कांगड़ा के मिनी सचिवालय में सेवाएं दे रहे हैं।
एसडीएम के ओहदे की कार्यशैली जानकर खुश - हिना
पिता ने हमेशा उसे पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। आज उनकी प्रेरणा से ही मुझे एक दिन का एसडीएम बनकर इस ओहदे की कार्यशैली को जानकर बेहद खुशी हो रही है। यह मेरे लिए बेहद गौरवान्वित व रोमांचित करने वाला रहा। कुर्सी पर बैठकर अब मेरा प्रशासनिक अधिकारी बनने का इरादा और मजबूत हुआ है। एसडीएम सर का बहुत आभार, जिन्होंने मेरा मनोबल बढ़ाया। हिना ठाकुर।
मैंने सुना था कि मुंबई में भी ऐसा वाक्या हुआ था। मेरी इच्छा है कि बेटियों को आगे बढ़ने व प्रगति के पथ की ओर ले जाने के लिए प्रेरणादायक माहौल बनाया जाए। इसी कड़ी में छोटा सा प्रयास किया है, ताकि अन्य बेटियां भी सुशिक्षित व उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर हो सकें। जतिन लाल, एसडीएम, कांगड़ा।
बेटी को एक दिन का एसडीएम बनते देख गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मेरा सपना है कि जिस तरह आज बेटी एक दिन के लिए एसडीएम बनी है, भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बनकर देश की सेवा करे। -तोता राम, हिना के पिता।
एसडीएम कांगड़ा ने हिना को एक दिन का एसडीएम बनाकर बेटियों को प्रोत्साहित करने की शानदार परंपरा शुरू की है। इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। हिना को भी भविष्य के लिए शुभकामनाएं। -कोमल शर्मा, अध्यक्ष नगर परिषद, कांगड़ा।