नूरपुर बाइक हादसा: कुलाहण में दो युवाओं की एक साथ उठी अर्थी, अंतिम यात्रा में शामिल हर आंख नम हुई
Nurpur Bike Accident नूरपुर के तहत बौड़ में बुधवार देर रात हुए सड़क हादसे में दो युवकों की मौत से एक ही गांव के दो घरों के चिराग सदा के लिए बुझ गए। युवकों की आकस्मिक मौत से यहां दो परिवारों पर भारी वज्रपात हुआ है।
जसूर, अश्वनी शर्मा। Nurpur Bike Accident, नूरपुर के तहत बौड़ में बुधवार देर रात हुए सड़क हादसे में दो युवकों की मौत से एक ही गांव के दो घरों के चिराग सदा के लिए बुझ गए। युवकों की आकस्मिक मौत से यहां दो परिवारों पर भारी वज्रपात हुआ है। वहीं वीरवार को एक ही गांव में दो युवकों की अर्थी निकलने से हर कोई गमगीन था। दुर्घटना के क्या कारण रहे, इस बारे में नूरपुर पुलिस जांच में जुटी है और जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन घटना ने दो परिवारों को ऐसे जख्म दिए हैं जिनकी भरपाई कभी नही हो सकती।
जानकारी के अनुसार सुशील कुमार पुत्र अंचल सिंह निवासी कुलाहण विवाहित था व उसके दो बच्चे हैं। युवक शराब के ठेके पर सेल्समैन की नौकरी कर घर की जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा था। वहीं कपूरदीन पुत्र शरीफ दीन निवासी कुलाहण अविवाहित था। वह भी शराब के ठेके पर ही काम करता था। दोनों एक ही गांव के होने के कारण रोजाना इकट्ठे आते जाते थे।
बुधवार रात साढ़े दस बजे ठेके को बंद कर बाइक पर सवार होकर अपने घर कुलाहण के लिए जा रहे थे तो बौड़ में बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई और दोनों युवा दुर्घटना का शिकार होकर काल का ग्रास बन गए। वीरवार को दोनों युवाओं के अंतिम संस्कार में शामिल हुए सभी लोगों की आंखें नम थी तो परिवार के सदस्यों का भी रो-रोकर बुरा हाल था।
सड़क किनारे खड़े पेड़ बन रहे हादसों का कारण
राष्ट्रीय राजमार्ग पठानकोट मंडी के कंडवाल से लेकर नूरपुर क्षेत्र की सीमा में सड़क के दोनों ओर ऐसे अनेकों पेड़ हैं, जो कई बार हादसों का कारण बन रहे हैं और अनेकों बहुमूल्य जानें भी अपनी चपेट में ले चुके हैं बावजूद इसके अभी तक ऐसे पेड़ों को चिन्हित कर हटाया नहीं गया है। पठानकोट मंडी एनएच के विस्तारीकरण के दौरान ऐसे अनेक पेड़ सड़क के बिल्कुल साथ सटे हैं। रात के समय वाहन चलाने वालों को सामने से आ रही गाड़ी की पड़ती तेज रोशनी से ऐसे पेड़ अक्सर धोखा देते हैं, जिनका वाहन चालक को आभास नहीं होता और इनसे टकराकर अपने प्राण गवां देते हैं। क्षेत्र के लोगों ने एनएच विभाग से मांग की है कि ऐसे पेड़ों को चिन्हित कर शीघ्र हटाया जाए, ताकि इनसे होने वाले हादसों से बचा जा सके।