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कोरोना महामारी में फीका पड़ा नूरपुर और इंदौरा की लीची का कारोबार, 40 से 60 रुपये किलो मिल रहे दाम

Lychee Farmers जिला कांगड़ा के उपमंडल नूरपुर और इंदौरा लीची के उत्पादन के प्रमुख हब हैं। लेकिन बीते वर्ष से कोरोना महामारी और बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते अन्य राज्यों के व्यापारियों की क्षेत्र में इस बार भी आमद आशानुरूप नहीं रही है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 01:41 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 02:00 PM (IST)
कोरोना महामारी में फीका पड़ा नूरपुर और इंदौरा की लीची का कारोबार, 40 से 60 रुपये किलो मिल रहे दाम
जिला कांगड़ा के उपमंडल नूरपुर और इंदौरा लीची के उत्पादन के प्रमुख हब हैं।

जसूर, संवाद सहयोगी। Litchi Farmers, जिला कांगड़ा के उपमंडल नूरपुर और इंदौरा लीची के उत्पादन के प्रमुख हब हैं। यहां के बागवानों की आर्थिक स्थिति इस फसल पर बहुत अधिक निर्भर रहती है। लेकिन बीते वर्ष से कोरोना महामारी और बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते अन्य राज्यों के व्यापारियों की क्षेत्र में इस बार भी आमद आशानुरूप नहीं रही है। लीची के पके फल की बात की जाए तो यह तैयार फल बीस से पच्चीस दिनों में ही समेटना पड़ता है। हालात यह हैं कि इस समय क्षेत्र में लीची का फल तैयार है। लोकल व्यापारियों ने इसे तोड़कर स्थानीय मंडियों में बेचना भी शुरू कर दिया। लेकिन दिक्कत यह है कि सरकार के आदेशों के चलते बाजार दो बजे ही बंद हो जाते हैं ऐसे में डिमांड उतनी मात्रा में नही आ रही है। फिलहाल क्षेत्र के व्यापारियों ने फल का तुड़ान शुरू कर प्रमुख सब्जी मंडी जसूर में लाना शुरू कर दिया है । शुरुआती दौर में दाम भी अच्छे चल रहे हैं बागवानों और व्यापारियों की नजर 14 जून पर टिकी है यदि सरकार द्वारा बाजारों को खोलने का समय बढाया जाता है तो उसके बाद ही सही दाम उभर कर सामने आएंगे ।

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3310 हैक्टेयर में होता है लीची का उत्पादन

जिला कांगड़ा में 3310.99 हैक्टेयर भूमि में लीची की पैदावार की जाती है। जिसमें औसतन 3400 मीट्रिक टन का उत्पादन रहता है। क्षेत्र में इस बार भी फसल अच्छी है फसल की समाप्ति पर ही इस बार के आंकड़े सामने आएंगे।

आढ़ती संघ के अध्यक्ष रविंद्र गुलेरिया यह बोले

सब्जी मंडी आढ़ती संघ जसूर के प्रधान रविंद्र गुलेरिया का कहना है कि सब्जी मंडी जसूर में लीची का फल बिकने के लिए आना शुरू हो गया है जिसमें लीची का फल 40 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है चूंकि अभी बाजार पूरी तरह खुले नही है बाजारों को पूरी तरह खोलने के बाद ही असल भाव सामने आएंगे ।

यह बोले मंडी समिति के सचिव

कृषि उपज मंडी समिति कांगड़ा के सचिव राजकुमार भारद्वाज ने कहा कि विभागीय रिकार्ड के मुताबिक जिला में देहरादून की लीची आ रही है और जिला कांगड़ा के भी कुछ क्षेत्रों में लोकल व्यापारियों ने भी तुड़ान शुरू कर दिया है । देहरादून की लीची 60 से 70  और लोकल  40 से 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है आने वाले समय मे भाव बाजारों के पूरी तरह खुलने पर ही सामने आएंगे ।


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